Alok Joshi: पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में बड़ा बदलाव, पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी होंगे बोर्ड अध्यक्ष

Alok Joshi: नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में व्यापक बदलाव किया है। पुनर्गठित बोर्ड में सात सदस्य शामिल होंगे, जिनमें तीनों सेनाओं के सेवानिवृत्त अधिकारी होंगे। सरकार ने पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया है। बोर्ड में पूर्व पश्चिमी एयर कमांडर एयर मार्शल पीएम सिन्हा, पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना जैसे सैन्य सेवाओं से सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा, भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह भी बोर्ड के सदस्य हैं। सातवें सदस्य के रूप में सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी बी वेंकटेश वर्मा को शामिल किया गया है।
Alok Joshi: बुधवार को पीएम मोदी की लगातार बैठकें
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई। इसके बाद राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए), आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) और फिर पूर्ण कैबिनेट की बैठकें आयोजित की गईं।
Alok Joshi: सुरक्षा तैयारियों पर विस्तृत चर्चा
पहलगाम हमले के बाद दूसरी बार बुलाई गई सीसीएस बैठक में सुरक्षा तैयारियों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इससे पहले 23 अप्रैल को हुई सीसीएस बैठक में पहलगाम आतंकी हमले की विस्तृत जानकारी साझा की गई थी। इस हमले में आतंकियों ने 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की क्रूर हत्या की थी। सीसीएस ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई।
Alok Joshi: प्रधानमंत्री ने सेना को दी पूरी छूट
मंगलवार को पीएम मोदी ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान शामिल थे। यह बैठक लगभग डेढ़ घंटे तक चली। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। उन्होंने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास जताते हुए कहा कि सेना को प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी छूट है।