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PM Modi inaugurated Pamban Bridge: पीएम ने पंबन ब्रिज का किया शुभारंभ, 80 की स्पीड से दौड़ी तांबरम एक्‍सप्रेस, देखें लाइव

PM Modi inaugurated Pamban Bridge: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामवनमी पर तमिलनाडु में तमिल संस्कृति और सभ्यता को दर्शाने वाले पंबन ब्रिज का उद्धाटन किया। मंडपम स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म नंबर तीन पर तांबरम एक्‍सप्रेस

PM Modi inaugurated Pamban Bridge: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामवनमी पर तमिलनाडु में तमिल संस्कृति और सभ्यता को दर्शाने वाले पंबन ब्रिज का उद्धाटन किया। मंडपम स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म नंबर तीन पर तांबरम एक्‍सप्रेस

 रामेश्वरम। PM Modi inaugurated Pamban Bridge: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामवनमी पर तमिलनाडु में तमिल संस्कृति और सभ्यता को दर्शाने वाले पंबन ब्रिज का उद्धाटन किया। मंडपम स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म नंबर तीन पर तांबरम एक्‍सप्रेस पहले सजधज कर तैयार खड़ी थी. इसी ट्रेन को प्रधानमंत्री ने झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वहीं ट्रेन है जो पहली बार समुद्र पर बने पंबन ब्रिज से गुजरी।


PM Modi inaugurated Pamban Bridge: यह ट्रेन रामेश्‍वरम से तांबरम तक चलाई जाएगी जो बीच में 13 स्‍टेशनों पर रुकते हुए जाएगी, करीब 12 घंटे में सफर पूरा करेगी। बता दें समुद्र में बना यह पुल देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज और इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है। इस पुल से रामेश्वरम सहित आसपास के इलाके में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी।


PM Modi inaugurated Pamban Bridge: पंबन ब्रिज 1914 में बने कैंटीलीवर संरचना आधारित उस पुराने ब्रिज की जगह लेगा, जो रामेश्वर को भारत के मुख्य भूभाग से जोड़ता था, लेकिन समुद्री क्षरण के चलते 2022 में इसे बंद कर नवनिर्माण शुरू किया गया था। इस ब्रिज से दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों श्रद्धालुओं की पहुंच बढ़ेगी।


PM Modi inaugurated Pamban Bridge: नए पंबन ब्रिज की खासियत


1.पंबन ब्रिज रामनाथपुरम जिले में स्थित है और पंबन (रामेश्वरम) द्वीप को मुख्य भूमि पर मंडपम से जोड़ता है।

2.पंबन ब्रिज 2.07 किलोमीटर लंबा है और तमिलनाडु में पाक जलडमरूमध्य पर फैला है।

3.72.5 मीटर का नेविगेशनल स्पैन है, जिसे लंबवत रूप से 17 मीटर तक उठाया जा सकता है। ताकि, नीचे से जहाज़ सुरक्षित गुज़र सकें।

4.IIT चेन्नई और IIT मुंबई के इंजीनियरों द्वारा डिजाइन किया गया यह पुल दो रेलवे ट्रैक को सहारा दे सकता है। हालांकि, यहां अभी एक ही रेललाइन है।

5.इस पुल से ट्रेनें 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गुजर सकती हैं। इसे अधिक भार और रेल यातायात संभालने के लिए बनाया गया है।

6.रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा निर्मित इस पुल की लागत 550 करोड़ है। इसकी अनुमानित आयु 100 साल है।

7.स्टेनलेस स्टील, वेल्डेड जोड़, हाई क्वालिटी पेंट के अलावा समुद्री क्षरण से बचाने के लिए पॉलीसिलोक्सेन कोटिंग की गई है।

8.यह पुल पुराने पुल से 3 मीटर ऊंचा और लिफ्ट स्पैन गर्डर आधारित है, ताकि जल परिवहन बाधित न हो।

9.सटीक वेल्डिंग जांच के लिए इंजीनियरों ने PAUT (चरणबद्ध ऐरे अल्ट्रासोनिक परीक्षण) का उपयोग किया।

10.यूएसए में गोल्डन गेट ब्रिज, यूके में टॉवर ब्रिज और डेनमार्क और स्वीडन के बीच ओरेसंड ब्रिज जैसे प्रसिद्ध पुलों की आधुनिक डिज़ाइन और तकनीक भी शामिल है।



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