हर विधानसभा में दो मंडल अध्यक्ष विधायकों की सहमति से, बाकी पर संगठन तय करेगा नाम

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव में मंडल अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया आगामी 15 दिसम्बर तक जारी रहेगी। इसके बाद मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी जाएगी। इस बार मंडल अध्यक्ष के चयन को चार प्रकार की प्रक्रिया से पूरा किया जाएगा। पार्टी ने मंडल अध्यक्ष के चयन को लेकर एक नई प्रक्रिया शुरू की है जिसमें प्रत्येक विधानसभा में आने वाले 4 या 5 मंडलों में से दो मंडल अध्यक्ष संगठन से एक विधायक की सहमति से और एक पूर्व से काम करने वाले अध्यक्ष में अच्छा काम करने वाला रहेगा।
इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा में मंडल अध्यक्षों का चयन किया जाएगा। इसके लिए पार्टी ने क्षेत्रीय विधायक से उनकी सहमति का नाम भी मांगा है। इस प्रक्रिया को पार्टी के चुनाव अधिकारी अपनाते है तों प्रदेश के करीब चालीस फीसदी मंडलों में पुराने चेहरे रिपीट होंगे। इसके अलावा मंडल अध्यक्ष के लिए पार्टी का संविधान और आयु काक्राइटेरिया भी आड़े आ सकता है क्योकि जो मंडल अध्यक्ष पिछली दो बार से इस पद पर बना हुआ है और उसने अच्छा काम किया है तों भी उसे रिपीट नहीं किया जा सकता है। क्योंकि इसमें पार्टी संविधान के तहत तीसरी बार अवसर नहीं दिया जा सकता। ऐसे में कुछ नेता आयु के क्राइटेरिया तो कुछ पार्टी संविधान की वजह पद की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। इसी प्रकार जिला अध्यक्ष के चुनाव में भी विधायक एवं सासंद की सहमति के अलावा संगठन की पंसद को देखा जाएगा।