भारत ने अपने 75 नागरिकों को सीरिया से निकाला, जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन भी लौटेंगे, लेबनान के रास्ते पहुंचेंगे दिल्ली
नई दिल्ली/दमिश्क: सीरिया में असद सरकार के पतन और विद्रोहियों के सत्ता पर काबिज होने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। भारत ने वहां फंसे अपने 75 नागरिकों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पुष्टि की कि इन नागरिकों को एयरलिफ्ट करके लेबनान भेजा गया है, जहां से वे जल्द ही कमर्शियल फ्लाइट के जरिए भारत लौटेंगे।
इन 75 नागरिकों में जम्मू-कश्मीर के 44 जायरीन भी शामिल हैं, जो सीरिया के सईदा जैनब क्षेत्र में फंसे थे। भारत सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे दमिश्क स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क बनाए रखें, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, सीरिया में 1.6 करोड़ से अधिक लोग राहत सामग्री के लिए मोहताज हैं। 28 नवंबर से 8 दिसंबर के बीच, 10 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं, और प्रमुख शहरों जैसे अलेप्पो, हामा, होम्स और इदलिब में सबसे अधिक विस्थापन देखा गया है।
विदेशी ताकतों के हस्तक्षेप के कारण स्थिति और जटिल हो गई है। इजराइल ने गोलन हाइट्स पर कब्जा कर लिया है, और उसकी सेना अब दमिश्क से केवल 20 किलोमीटर दूर है। वहीं, अमेरिका और तुर्की समर्थित विद्रोही समूहों ने उत्तरी सीरिया में हमले तेज कर दिए हैं। भारत सरकार इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और अपनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।