ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहली बार सेक्टर वॉइस मंथन करेंगे विशेषज्ञ और निवेशक

भोपाल। मप्र सरकार निवेशकों को अधिक प्रभावी अवसर देने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राज्य के प्रमुख 6 सेक्टर्स पर केंद्रित समिट के आयोजन की महत्वपूर्ण पहल कर रही है। यह पहली बार होगा, जब हर सेक्टर के विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और निवेशक एक मंच पर आकर विशेषज्ञ चर्चाओं, अवसरों और नीतिगत सुधारों पर संवाद करेंगे। इससे निवेश प्रक्रिया को अधिक सुगम, पारदर्शी और परिणामोन्मुखी बनाया जा सकेगा। मप्र की अद्वितीय भौगोलिक स्थिति, समृद्ध प्राकृतिक संसाधन, विकसित बुनियादी ढांचा और उद्योग-अनुकूल नीतियां इसे निवेश के लिए देशसबसे आकर्षक डेस्टिनेशन बनाती हैं।
शहरी विकास, पर्यटन, माइनिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी और एमएसएमई, ये सभी क्षेत्र अपनी असीमितसंभावनाओं और अनुकूल वातावरण से निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। मप्र न केवल देश का पहला डायमंड प्रोड्यूसिंग स्टेट है, बल्कि ग्रीन एनर्जी हब, विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र और उभरते हुए टेक्नोलॉजी हब के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है। इन विभागीय समिट से सरकार निवेशकों को नीतिगत प्रोत्साहन, संसाधनों की उपलब्धता और औद्योगिक ईको सिस्टम की मजबूती से अवगत कराएगी। इससे जीआईएस में होने वाली चर्चाएं वास्तविक निवेश प्रस्तावों में तब्दील हो सकेंगी। जीआईएस भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 24 और 25 फरवरी को होगी। पीएम नरेंद्र मोदी समिट का शुभारंभ करेंगे।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में तीन एक्सपो का भी होगा आयोजन
राजधानी के ढाई सौ एकड में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को आकर्षक बनाने के लिए सरकार तीन बड़े एक्सपो भी आयोजित करने जा रही है। ये तीनों एक्सपो नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं। साथ ही भोपाल और आसपास के इलाकों में बढ़ने वाली इंडस्ट्रीज को भी ध्यान में रखा गया है। इनमें सबसे आकर्षक मोबिलिटी एक्सपो होगा, जिसमें शामिल होने वाली सुपर कार और सुपरबाइक्स युवाओं को आकर्षित करेंगी। इसके साथ ही बिजनेस सेक्टर और मध्यमवर्ग की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए टेक्सटाइल और गारमेंट एक्सपो भी लगाया जाएगा। सरकार ने प्रदेश के हर जिले में खास पहचान रखने वाले वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, एक जिला एक उत्पाद को भी एक्सपो का हिस्सा बनाने का फैसला लिया है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एमपी मोबिलिटी एक्सपो के जरिए प्रदेश की ऑटोमोटिव सेक्टर में हुई प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके जरिए मध्य प्रदेश को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और भविष्य के परिवहन के लिए एक अग्रणी केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। प्रदेश ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में देश में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। यहां 30 से अधिक मूल उपकरण निर्माताओं के साथ अगली पीढ़ी की मोबिलिटी को ध्यान में रखकर काम हो रहा है। कई कंपनियां अपनी ईवी सुविधाओं की स्थापना में तेजी ला रही हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर यह बदलाव मध्य प्रदेश की पर्यावरण अनुकूल परिवहन नीति को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की रणनीति का हिस्सा है।