CG Crime : प्रेमी से 5000 रुपये मांगे, नहीं देने पर थप्पड़ मारा, गुस्से में लकड़ी के गुटके से उतारा मौत के घाट...

- Rohit banchhor
- 01 Jun, 2025
30 मई को पैसे के विवाद में थप्पड़ मारने के बाद गुस्से में आए रामकुमार ने दुवासबाई की लकड़ी के गुटके से हत्या कर दी।
CG Crime : सक्ति। जिले के डुमरपारा में एक सनसनीखेज हत्या ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। बाराद्वार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या के आरोपी को 8 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतका दुवासबाई केंवट और आरोपी रामकुमार केंवट के बीच अवैध प्रेम संबंध थे। 30 मई को पैसे के विवाद में थप्पड़ मारने के बाद गुस्से में आए रामकुमार ने दुवासबाई की लकड़ी के गुटके से हत्या कर दी।
बता दें कि 30 मई 2025 की रात बाराद्वार पुलिस को सूचना मिली कि डुमरपारा में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था में मिला है। थाना प्रभारी और पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। मृतिका के पति रामकुमार ने बताया कि वह सुबह 9 बजे डोंगरीडीह में गुरु महराज यादराम बाबाजी के जन्मदिन समारोह में शामिल होने गया था। उसकी पत्नी दुवासबाई, बेटियां चंचल और भारती, और बेटा तनवीर घर पर थे। शाम 7 बजे जब वह लौटा, तो दुवासबाई घर पर नहीं थी। बेटी चंचल ने बताया कि मां दोपहर 3 बजे से गायब है। खोजबीन के दौरान पड़ोस के युधिष्ठीर केंवट के खंडहरनुमा मकान में दुवासबाई का शव लहूलुहान हालत में मिला। उसके सिर, माथे और शरीर पर गंभीर चोटें थीं।
पुलिस ने तत्काल देहाती मर्ग और नालसी दर्ज कर जांच शुरू की। फोरेंसिक टीम और कोरबा के डॉग स्क्वॉड बाघा की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जांच में पता चला कि मृतिका दुवासबाई का पड़ोसी रामकुमार केंवट 48 वर्ष के साथ 10 साल से अवैध प्रेम संबंध था। रामकुमार की पहली पत्नी की मृत्यु 2014 में हो गई थी, और दूसरी पत्नी ललिता 2022 में उसे छोड़कर भाग गई थी। इसके बाद वह अकेला रह रहा था।
पुलिस पूछताछ में रामकुमार ने अपराध कबूल किया। उसने बताया कि 30 मई को दोपहर करीब 2.50 बजे दुवासबाई उसके घर आई और 5000 रुपये की मांग की। रामकुमार ने पैसे नहीं होने की बात कहकर इंकार किया, जिस पर गुस्साई दुवासबाई ने उसे दो थप्पड़ मारे। जवाब में रामकुमार ने भी दो थप्पड़ मारे और पास पड़े मोटे लकड़ी के गुटके से दुवासबाई के सिर और शरीर पर तीन बार जोरदार प्रहार किए। दुवासबाई जमीन पर गिरकर छटपटाने लगी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। रामकुमार ने शव को कंबल से ढककर मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने घटनास्थल से लकड़ी का गुटका और रामकुमार के कपड़ों पर लगे खून के धब्बे बरामद किए। फोरेंसिक जांच में कपड़ों पर मानव रक्त की पुष्टि हुई। डॉग स्क्वॉड बाघा ने आरोपी की पहचान और साक्ष्य जुटाने में अहम भूमिका निभाई। रामकुमार ने साक्ष्य मिटाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने 8 घंटे के भीतर उसे डुमरपारा से हिरासत में लिया। उसके खिलाफ धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया गया।