ज़िला अध्यक्षों के चयन के चक्रव्यू में उलझी बीजेपी, नेताओं के बीच सहमति नहीं, सब अपनी-अपनी पसंद पर कायम

MP News : भोपाल। भाजपा में जिलाध्यक्षों का चयन पार्टी नेताओं के लिए सिरदर्द बन गया है।"। इलाकाई क्षत्रपों में तालमेल न बनने के कारण जिलाध्यक्ष फाइनल नहीं हो पा रहे हैं। भाजपा ने दावा किया था कि पांच जनवरी तक पचास फीसदी से अधिक जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा पर अब भी कई जिलों में पेंच फंसा हुआ है और मामला दिल्ली पहुंच गया है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि दिल्ली को इस मामले में दखल देना पड़ रहा है। नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद समेत प्रदेश अन्य नेताओं से चर्चा की।
MP News : इसके बाद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने भी नेताओं से बात कर जिन जिलों में विवाद की स्थिति है वहां की जानकारी ली। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद अधिकांश जिलों को लेकर सहमति बन गई है। गुरुवार देर रात या शुक्रवार सुबह तक भाजपा पहली सूची जारी कर सकती है। इसमें 40 से अधिक नाम होंगे। सागर, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर समेत कुछ जिलों को होल्ड पर रखा जा सकता है।जिला अध्यक्षों की सूची बड़े नेताओं की वजह से रुक गई है। माना जा रहा है कि अब प्रदेश अध्यक्ष के लिए मप्र के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के भोपाल आने के बाद ही यह सूची जारी हो सकेगी। प्रदेश के ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, सागर, भोपाल के साथ ही कुछ और शहरों में आला नेताओं के अड़ियल रवैये के बाद जिला अध्यक्षों की सूची को रोक दिया गया है।
MP News : जानकारी के अनुसार अगले एक दो दिनों तक अभी भाजपा के जिला अध्यक्षों की सूची जारी नहीं हो सकेगी। इसका सबसे बड़ा कारण प्रदेश के करीब आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं के बीच समन्वय नहीं बन पाया है। यह बडे नेता अपने क्षेत्रों में अपनी पसंद के जिला अध्यक्ष नियुक्त करने को लेकर अड़े हुए है। पिछले दिनों जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी के प्रदेश कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं की कई दौर की बैठकें हुई और नेताओं से वन-टू-वन चर्चा की गई। सभी नेताओं के बीच समन्वय भी बनाने का प्रयास किया गया लेकिन एकजुटता औरपार्टी अनुशासन की बात करने वाले भाजपा के नेता जिला अध्यक्ष को लेकर एक राय नहीं हो सके। वहीं दूसरी और जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर हर जिलें में बनाए गए चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षकों ने जो नाम दिए उनमें और वरिष्ठ नेताओं के नाम में अंतर है।
MP News : यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी अब तक जिला अध्यक्षों की सूची जारी करने में असफल रही है। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का मामला दिल्ली पहुंचने ने पर आलाकमान भी सभी नेताओं से चर्चा करने की बात कर रहा है। पांच तारीख को सूची जारी होने की बात करने वाले प्रदेश भाजपा के नेता अब दिल्ली से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे है। लेकिन भाजपा आलाकमान भी प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को नाराज करने के मूड में नहीं है। इसी के चलते सूची को जारी नहीं किया गया है। अभी तक कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाने वाली भाजपा में भी अब कई गुट बन गए हैं जो अपने अपने चहेतों को उपकृत करने में लगे है।
MP News : बीजेपी के आधिकारिक सूत्रों का दावा लिस्ट हुई फाइनल-
बीजेपी के आधिकारिक सूत्रों ने लिस्ट फाइनल होने का दावा किया है। सूत्रों का कहना है कि आज रात तक किसी भी हाल में लिस्ट जारी हो सकती है। दिल्ली में राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश बीजेपी प्रभारी डॉ महेन्द्र सिंह से मंथन के बाद इसे अंतिम रूप दे दिया गया है। जानकारी के मुताबिक धार और सागर में दो ग्रामीण जिले बढ़ाने के साथ अब बीजेपी में 62 जिले हैं. जिन पर जानकारी के मुताबिक एक साथ ये सूची जारी होगी। एमपी बीजेपी के नेताओ ने बताया कि जिलों की रायशुमारी से लेकर एक-एक नाम पर दिल्ली तक मंथन हुआ है. ये बताता है कि पार्टी में संगठन का हर सिपाही पार्टी में कितना महत्वपूर्ण है।