VSHORADS Missile: VSHORADS मिसाइल का तीसरा परीक्षण सफल, रक्षा मंत्री ने डीआरडीओ को दी बधाई, जानें क्या है इसकी खासियत

VSHORADS Missile: नई दिल्ली: भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को शनिवार को एक और बड़ी सफलता मिली है। DRDO ने अपने आधुनिक हथियार सिस्टम VSHORADS (Very Short Range Air Defence System) का तीसरा सफल परीक्षण पोखरण परमाणु परीक्षण रेंज में किया। इस परीक्षण की सफलता पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, भारतीय सेना और इससे जुड़े अन्य सहयोगियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह नई मिसाइल प्रणाली सशस्त्र बलों को हवाई खतरों से निपटने में अधिक तकनीकी मजबूती प्रदान करेगी।
-VSHORADS: कम ऊंचाई पर हवाई खतरों के खिलाफ एक कारगर हथियार
VSHORADS Missile: VSHORADS एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है, जिसे DRDO के रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) द्वारा भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से विकसित किया गया है। इस मिसाइल का प्राथमिक उद्देश्य कम ऊंचाई पर उड़ने वाले हवाई खतरों जैसे ड्रोन्स और अन्य हवाई हमलों को बेअसर करना है। यह प्रणाली लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (RCS) और एकीकृत एवियोनिक्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, जो इसे हवाई खतरों के खिलाफ अधिक सटीक और प्रभावी बनाती है।
-तीसरा सफल परीक्षण
VSHORADS Missile: डीआरडीओ पहले ही VSHORADS मिसाइल का दो सफल परीक्षण कर चुका है, और अब तीसरे परीक्षण में भी मिसाइल ने अपने तय लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। इस सफल परीक्षण ने एक बार फिर से भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "यह मिसाइल प्रणाली आधुनिक प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित है और यह हमारे सशस्त्र बलों को हवाई खतरों के खिलाफ एक मजबूत तकनीकी समर्थन देगी।"
-स्वदेशी मिसाइल प्रणाली की ताकत
VSHORADS मिसाइल का विकास पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकों पर आधारित है, जो भारतीय रक्षा उद्योग की प्रगति को दर्शाता है। यह प्रणाली भारतीय सशस्त्र बलों को हवाई सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ दुश्मन के हवाई खतरों को कम ऊंचाई पर प्रभावी ढंग से नष्ट करने की क्षमता प्रदान करती है।
VSHORADS Missile: डीआरडीओ की यह सफलता भारतीय सेना के हवाई सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करेगी, और यह प्रणाली भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में सामने आई है।