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आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल धनकुबेर सौरभ शर्मा समेत दो सहयोगियों से पूछताछ जारी, हां और पता नहीं में दे रहे जवाब

मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों से लोकायुक्त की सख्त पूछताछ जारी।

भोपाल। मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल धनकुबेर सौरभ शर्मा के साथ उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल एक सप्ताह की डिमांड पर है। लोकायुक्त द्वारा उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। तीनों को ही लोकायुक्त की विशेष निगरानी में रखा गया है,और लोकायुक्त के ही किचिन में उनके लिए भोजन तैयार हो रहा है। आरोपियों को भोजन देने से पहले लोकायुक्त के वरिष्ठ अधिकारी उसे चखते हैं उसके बाद उन्हें सर्व किया जाता है। इधर पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से लोकायुक्त पुलिस ने आज भी पूछताछ जारी रखी।


वहीं गुरुवार दोपहर बाद सौरभ और चेतन सिंह को उनके घर ले जाकर नए सिरे से तलाशी ली गई। इसमें कई दस्तावेज मिले हैं। जानकारी के अनुसार, लोकायुक्त पुलिस ने दिनभर तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ की। इस दौरान तीनों हां और पता नहीं में जवाब देते रहे। हालांकि प्रॉपर्टी के दस्तावेजों में उसके और परिजन का नाम होने के सवाल पर सौरभ ने स्वीकार किया कि यह परिजन के ही नाम पर हैं।


हालांकि किसने, कैसे और कब रजिस्ट्री करवाई, इसको लेकर तीनों का जवाब था, पता नहीं। दस्तावेजों की जांच में सामने आया है कि सौरभ के नाम पर रजिस्ट्री नहीं है, बल्कि उसकी मां और पत्नी के नाम पर है। चेतन और शरद के साथ कंस्ट्रक्शन कंपनी अविरल के नाम पर भी जमीनों की रजिस्ट्री है। लोकायुक्त पुलिस की जांच में सामने आया है कि सौरभ ने दुबई में भी आलीशान बंगला खरीदा हैं।


जमीन बेचने वालों से क्रॉस वेरीफिकेशन की तैयारी

इधर, लोकायुक्त पुलिस के सूत्रों के अनुसार, अब आरोपियों और उनके परिजन एवं कंस्ट्रक्शन कंपनी को जमीन बेचने वालों से पूछताछ की तैयारी है, ताकि उनको जमीन के बदले लाखों रुपए का पेमेंट कैसे हुआ और किसने किया, यह पता लगाया जा सके। चेक या नकद के बारे में बताने पर उसके सोर्स के बारे में पता किया जा सकेगा। इसके साथ ही रजिस्ट्री वाले दिन जमीनों की वास्तविक कीमत और बिक्री के लिए दर्शाई गई कीमत भी जांची जाएगी, ताकि स्टांप ड्यूटी के बारे में स्थिति साफ हो सके।


पुलिस ने मांगी कॉल डिटेल

वहीं आरोपियों सौरभ शर्मा, चेतन सिंह और शरद जायसवाल के साथ ही उनके परिजन और दोस्तों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी लोकायुक्त पुलिस खंगालने की तैयारी में है। इसके लिए सर्विस प्रदाता कंपनियों से इनकी कॉल डिटेल मांगी गई है। कॉल डिटेल मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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