Chandrababu Naidu: मुख्यमंत्रियों के विवादास्पद बयानों ने बढ़ाई चर्चाएं, जानें साउथ के ये सीएम क्यों कर रहे है। 16 बच्चे पैदा करने की बात

- Pradeep Sharma
- 22 Oct, 2024
Chandrababu Naidu: मुख्यमंत्रियों के विवादास्पद बयानों ने बढ़ाई चर्चाएँ, आंध्र प्रदेश के CM ने कहा -लोगों को कम से कम दो या उससे अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए, इधर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने 16 बच्चों की बात कह दी, मचा बवाल
Chandrababu Naidu: हाल ही में दक्षिण भारत के दो मुख्यमंत्रियों के बयानों ने काफी चर्चा बटोरी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि लोगों को कम से कम दो या उससे अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए, जबकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 16 बच्चों की बात की। इन बयानों पर लोग हैरान हैं, खासकर जब भारत की जनसंख्या बढ़ने के साथ-साथ जनसंख्या नियंत्रण की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
Chandrababu Naidu: भारत सरकार लंबे समय से ‘हम दो हमारे दो’ के सिद्धांत को बढ़ावा देती आ रही है, ऐसे में इन नेताओं के बयानों को लेकर आश्चर्य होना स्वाभाविक है। इन बयानों का सही अर्थ समझने के लिए हमें फर्टिलिटी रेट और जनसंख्या के अन्य पहलुओं पर ध्यान देना होगा।
Chandrababu Naidu: भारत में प्रजनन दर लगातार गिर रही है, जिससे बुजुर्गों की संख्या में वृद्धि हो रही है। अनुमान है कि 2050 तक हर पांच में से एक व्यक्ति 60 वर्ष या उससे अधिक का होगा, और दक्षिण के राज्यों में इसका प्रभाव अधिक होगा।
Chandrababu Naidu: यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज (IIPS) की India Ageing Report 2023 के अनुसार, दक्षिण भारत के राज्यों—आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना—में बुजुर्गों की जनसंख्या उत्तर भारत के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है। उदाहरण के लिए, केरल में बुजुर्गों की संख्या 2021 में 16.5% से बढ़कर 2036 में 22.8% होने का अनुमान है।
Chandrababu Naidu: इसके विपरीत, उत्तर भारत में बुजुर्गों की जनसंख्या की वृद्धि की दर अपेक्षाकृत कम है। जैसे, बिहार में यह 7.7% से बढ़कर 11% और उत्तर प्रदेश में 8.1% से 11.9% होगी।
Chandrababu Naidu: India Ageing Report 2023 के अनुसार, दक्षिण भारत में 100 बच्चों पर बुजुर्गों की संख्या 61.7 होगी, जबकि उत्तर भारत के राज्यों में यह संख्या 38.9 होगी। दक्षिण भारत में प्रजनन दर भी बहुत कम है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में प्रजनन दर 1.5 से 1.6 के बीच है, जबकि भारत का राष्ट्रीय औसत 2 है।
Chandrababu Naidu: डेमोग्राफिक्स विशेषज्ञ श्रीनिवास गोली का कहना है कि दक्षिण भारतीय राज्य आर्थिक रूप से अमीर होने से पहले ही बूढ़े हो रहे हैं। इसके अलावा, आगामी लोकसभा सीटों के परिसीमन से भी यह चिंता जुड़ी है। साल 2026 में होने वाले परिसीमन में दक्षिण भारत के राज्यों को सीटों में कमी का सामना करना पड़ सकता है, जबकि उत्तर भारत में सीटों की संख्या बढ़ सकती है। इससे संसद में दक्षिण के राज्यों की आवाज कमजोर हो सकती है। इसलिए, दोनों मुख्यमंत्रियों के बयानों के पीछे की चिंताएं स्पष्ट हैं। वे जनसंख्या संतुलन और राजनीतिक शक्ति में संभावित परिवर्तनों के प्रति सचेत हैं।