धोनी और कोहली के इस शर्मनाक रिकॉर्ड की रोहित ने की बराबरी, जानकर चौंक जाएंगे आप

मुंबई: भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिससे कंगारू टीम ने सीरीज को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम केवल 180 रन ही बना पाई, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 337 रन बनाकर 157 रन की बढ़त हासिल की। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 175 रन बनाए, लेकिन 19 रन के छोटे लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी विकेट के खोए हासिल कर लिया।
क्या है वो शर्मनाक रिकॉर्ड
भारत के कुछ प्रमुख क्रिकेट कप्तानों ने टेस्ट क्रिकेट में लगातार हार का सामना किया है, और यह रिकॉर्ड उनके लिए चर्चा का विषय रहा है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा टेस्ट हार का सामना करने वाले कप्तान एमए के पटौदी रहे, जिन्होंने 1967-68 में 6 टेस्ट मैचों में हार का सामना किया। इसके बाद सचिन तेंदुलकर का नाम आता है, जिन्होंने 1999-2000 में 5 टेस्ट मैचों में हार झेली।
दत्ता गायकवाड़ ने 1959 में चार टेस्ट गंवाएं थे।
जबकि ये शर्मनाक रिकॉर्ड एम.एस. धोनी की कप्तानी में दो बार कायम हुआ है एक बार (2011)में, और दूसरी बार (2014) में, तीनों कप्तान 4 टेस्ट हारने के साथ इस सूची में शामिल हैं। विराट कोहली ने भी 2020-21 में 4 टेस्ट हारें, वहीं रोहित शर्मा ने 2024 में 4 टेस्ट हारने का रिकॉर्ड कायम किया है।
सीरीज का तीसरा टेस्ट अब 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा, जहां भारत को वापसी की उम्मीद होगी।