Breaking News
:

जेपी अस्पताल में एमआरआई मशीन का विधिवत शुभारंभ, सेवा प्रदान करने वाला प्रदेश का पहला ज़िला चिकित्सालय बना

जेपी अस्पताल में एमआरआई मशीन का विधिवत शुभारंभ

भोपाल। राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में बुधवार को एमआरआई मशीन का विधिवत शुभारंभ हो गया। प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल,राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी आदि ने 10 करोड़ 50 लाख की लागत से बने एमआरआई सेवा केंद्र का लोकार्पण किया। एमआरआई सेवा का शुभारंभ किया। मशीन के शुरू होने से अब जेपी में शासकीय दरों पर एमआई की विभिन्न जांच आसानी से हो पाएंगी। अभी तक मरीजों को इसके लिए हमीदिया या एम्स जाना पड़ता था। जहां कई दिनों की वेटिंग होने से मरीजों को परेशानी होती थी। साथ ही प्राइवेट जांच करवाने से उन्हे ज्यादा फीस चुकाना पड़ती थी।एमआरआई सेवा प्रदान करने वाला जेपी हॉस्पिटल प्रदेश का पहला जिला चिकित्सालय बन गया है।




इस मौके पर उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिये तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि नागरिकों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उनके ही जिले में उपलब्ध कराई जाएं। इसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत किया जा रहा है और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नागरिकों को उन्नत, सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और विस्तारित करने के लिए सरकार सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एमआरआई जांच सेवा उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी शीघ्र शुरू की जाएगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि यह सेवा सीजीएचएस दर से 30 प्रतिशत कम शुल्क पर नागरिकों को उपलब्ध होगी। साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत हितग्राहियों के लिए यह सेवा निःशुल्क रहेगी।


जेपी हॉस्पिटल में हृदय रोगों की उन्नत सेवाएँ शीघ्र

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि जेपी हॉस्पिटल में मार्च 2025 तक कैथ लैब और हृदय उपचार संबंधी सुविधाओं का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। यहां कैथ लैब और सीटीवीएस सेवाओं के माध्यम से एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, हार्ट ट्रांसप्लांट और बाईपास सर्जरी जैसी उन्नत सेवाएँ उपलब्ध होंगी। इसके तहत 100 बिस्तरों की हृदय उपचार यूनिट स्थापित की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में देरी न हो और सभी सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।






प्रतिदिन 80 मरीजों की होगी एमआरआई स्कैनिंग

भोपाल एमआरआई केंद्र में 10 करोड़ 50 लाख की लागत से स्थापित किया गया है, जिसमें भवन निर्माण, उपकरण और तकनीकी उन्नयन शामिल हैं। इसमें 1.5 टेस्ला UMR 580 मशीन लगाई गई है, जो हाल ही में लॉन्च उन्नत तकनीक से लैस है। यह तेज, सटीक स्कैनिंग, उन्नत इमेजिंग और ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करती है। केंद्र में प्रतिदिन 80 मरीजों की स्कैनिंग क्षमता है, न्यूनतम प्रतीक्षा समय और सटीक रिपोर्टिंग के साथ गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करता है।




सीजीएचएस से 30 प्रतिशत से कम दर में मिलेगी सेवा

मरीजों को उन्नत MRI सुविधाएं सीजीएचएस दरों से 30% तक कम शुल्क पर उपलब्ध कराई जाएंगी। आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को यह सुविधा पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की जाएगी। MRI पेट (प्लेन) (सीजीएचएस दर 2125) यहां 1423 में उपलब्ध है। MRI ब्रेन (प्लेन) (सीजीएचएस दर ₹1998) 1338 में, एमआरआई कंधा (प्लेन) (सीजीएचएस दर ₹2000) 1339 में और MRI घुटना (कॉन्ट्रास्ट) (सीजीएचएस दर 4500) केवल 3014 में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में MRI एंजियोग्राफी (कॉन्ट्रास्ट) (सीजीएचएस दर 4950) की दर 3315 रखी गई है। वहीं, गंभीर बीमारियों के निदान के लिए संपूर्ण शरीर की MRI (ऑन्कोलॉजिकल वर्कअप) (सीजीएचएस दर 5100) 3415 में उपलब्ध होगी। MRI पीठ (लम्बर स्पाइन) जैसी सेवाएं भी (सीजीएचएस दर 2125) 1423 में उपलब्ध कराई जा रही हैं।






Popular post

Live News

Latest post

You may also like

Subscribe Here

Enter your email address to subscribe to this website and receive notifications of new posts by email.

Join Us