How To Identify Fake SMS : SMS से धोखा खाने से बचें, असली और नकली मैसेज की पहचान का जानें आसान तरीका...

- Rohit banchhor
- 22 Jun, 2025
आज के डिजिटल युग में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और फर्जी SMS इसका बड़ा जरिया बन गए हैं।
How To Identify Fake SMS : नई दिल्ली। आज के डिजिटल युग में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और फर्जी SMS इसका बड़ा जरिया बन गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके मोबाइल पर आने वाले मैसेज के अंत में लिखा एक छोटा-सा अक्षर आपको धोखे से बचा सकता है? जी हां, ‘S’, ‘P’, ‘G’ या ‘T’ जैसे अक्षर मैसेज की असलियत बताते हैं। आइए जानते हैं कि इनका मतलब क्या है और आप कैसे सतर्क रह सकते हैं।
इन अक्षरों का मतलब क्या है?
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने SMS को चार श्रेणियों में बांटा है, ताकि फर्जी मैसेज से लोगों को बचाया जा सके। हर मैसेज के अंत में एक अक्षर उसकी पहचान दर्शाता है:
‘S’ – सर्विस मैसेज: यह बैंक, टेलीकॉम कंपनी या किसी आधिकारिक प्लेटफॉर्म से आता है, जैसे OTP, बैलेंस अलर्ट या नेटवर्क अपडेट।
‘P’ – प्रमोशनल मैसेज: ये विज्ञापन या ऑफर से जुड़े होते हैं, जैसे शॉपिंग डील्स या मोबाइल प्लान। इन्हें जरूरत न हो तो इग्नोर करें।
‘G’ – गवर्नमेंट मैसेज: सरकारी सूचनाएं, जैसे कोविड अलर्ट, वोटर ID अपडेट या सब्सिडी नोटिफिकेशन, ‘G’ के साथ आते हैं।
‘T’ – ट्रांजैक्शन मैसेज: पैसे के लेन-देन से जुड़े मैसेज, जैसे बैंक का डेबिट/क्रेडिट अलर्ट, ‘T’ के साथ होते हैं।
फर्जी मैसेज से बचने का तरीका-
इन अक्षरों को समझने के बाद आप आसानी से संदिग्ध मैसेज की पहचान कर सकते हैं। स्कैमर अक्सर मैसेज में कोई अक्षर नहीं डालते या गलत अक्षर का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक करने या जवाब देने से बचें। अगर मैसेज में अचानक पैसों की मांग, व्यक्तिगत जानकारी या संदिग्ध लिंक हो, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
TRAI ने क्यों शुरू की यह व्यवस्था?
TRAI ने यह कदम साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए उठाया है। डिजिटल ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह व्यवस्था लोगों को जागरूक और सुरक्षित रखने में मददगार है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें-
अगली बार जब कोई SMS आए, तो सिर्फ मैसेज नहीं, उसके अंत में लिखा अक्षर भी जरूर देखें। यह छोटी-सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है। फर्जी मैसेज की शिकायत के लिए आप TRAI के पोर्टल या अपने सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क कर सकते हैं। डिजिटल दुनिया में सतर्कता ही आपका सबसे बड़ा हथियार है!