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CG News : लकड़ी चोरों के हौसले बुलंद, विभाग के अधिकारी एसी रूम में मस्त, देखें वीडियो...

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जिसका फायदा उठाते हुए लकड़ी चोर आराम से लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं।

CG News : साजिद खान, लोरमी। खुड़िया रेंज से लगा हुआ भूत कछार में दिनदहाड़े लकड़ी चोर लकड़ी काटकर चेक पोस्ट के नाम पर लगे बैरियर को पार करते दिखाई दे रहे हैं। यह पूरा वीडियो हमने अपने कमरे में कैद किया है। बताना लाजिमी होगा कि मुंगेली जिला के लोरमी उपवन मंडल के खुड़िया रेंज में आए दिन इमारती लकड़ियों की कटाई जोरो पर हो रही है। चोरों की हौसले इतने बुलंद है कि वह अब किसी अधिकारी से भी नहीं डरते और खुलेआम दिनदहाड़े लकड़ी काट कर ले जाते हैं क्योंकि जांच के नाम पर लगे बैरियर पर कोई चौकीदार या फारेस्ट गार्ड नहीं रहते।


CG News : जिसका फायदा उठाते हुए लकड़ी चोर आराम से लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं। क्योंकि अधिकारियों को अपने एसी रूम से निकलने की फुर्सत ही नहीं है। पेड़ो की कटाई की वजह से जंगल वीरान होने लगा है, लेकिन अधिकारियों को इससे कोई मतलब नहीं है वह अपने एसी रुम में ही मस्त है इन्हें इतनी फुर्सत नहीं है कि वह कभी अपने फील्ड में निकल कर कुछ कार्रवाई कर सके। क्योंकि उनका तो लकड़ी चोरों के साथ मधुर संबंध है। उनका कहना हैं कि हम विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को लकड़ी कटाई के ऐवज मैं पैसा भी देते हैं। 


CG News : खुलेआम हो रहा है वन्य प्राणियों का शिकार-
यह वही भूत कछार बैरियर जहां पर कुछ महापूर्व एक हाथी का शिकार हुआ था, जिसे करंट लगा कर मारा गया था। उसके बाद भी विभाग नींद से नहीं जागा, आए दिन सफेद पोसाक के लोग अपने चमचमाती गाड़ी में घुसकर शिकार करते हैं और बहुत ही शातिर अंदाज से जंगली प्राणियों का शिकार करके ले जाते हैं। जांच के नाम पर लगे नाका और कैमरा हमेशा की तरह खुला ही दिखता है ना तो कोई फारेस्ट गार्ड रहते हैं और ना ही कोई चौकीदार जिसका पूरा फायदा शिकारी उठाते हैं और जंगल में घुसकर वन प्राणियों की शिकार करके ले जाते हैं।


CG News : हरे वृक्षों की कटाई का कौन है जिम्मेदार-
भूत कछार से लेकर औरापानी तक हरे-भरे पेड़ो की कटाई जिस गति से की जा रही है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले कुछ समय में जंगल के नाम पर सिर्फ नाम ही रह जाएगा। क्योंकि वृक्षों को काटकर जमीन पर कब्जा भी किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय पर जंगल का सिर्फ नाम रहेगा। आखिर किसके सह पर पेड़ो की कटाई की जा रही है यह समझ पाना मुश्किल है।

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