Singer Zubeen Garg: गुवाहाटी पहुंचा सिंगर जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोग, सीएम ने की श्रद्धांजलि

Singer Zubeen Garg: गुवाहाटी: असम के सुप्रसिद्ध गायक और सांस्कृतिक आइकन जुबीन गर्ग के निधन ने पूरे राज्य को शोक की लहर में डुबो दिया है। 52 वर्षीय जुबीन, जिन्हें 'असम की आवाज' कहा जाता था, का शुक्रवार को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान मौत हो गई। सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल के आईसीयू में दोपहर 2:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में प्रदर्शन के लिए गए थे, जो उनके निधन के बाद रद्द कर दिया गया।
Singer Zubeen Garg: देर रात सिंगापुर से उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचा, जहां असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सरकारी सम्मान के साथ शव को गुवाहाटी के लिए रवाना किया गया। आज सुबह बोरझार हवाई अड्डे पर पहुंचते ही हजारों शोकाकुल प्रशंसक उमड़ पड़े। भीड़ इतनी उत्तेजित हो गई कि बैरिकेड्स तोड़ दिए गए, जिसके कारण पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। एक अधिकारी ने बताया, "आधी रात के बाद भीड़ ने सुरक्षा घेराबंदी तोड़ी, लेकिन हालात काबू में कर लिए गए।"
Singer Zubeen Garg: मंत्री रनोज पेगु ने एक्स पर लिखा, "बहुप्रतीक्षित पल आखिरकार आया। जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर काहिलिपाड़ा स्थित उनके घर के लिए रवाना। हजारों ने आंसुओं से विदाई दी।" सीएम सरमा ने भी एक्स पर अंतिम सफर की झलकियां साझा कीं, लिखते हुए, "जुबीन की आवाज ने असम के दिल को हमेशा छुआ। अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।" सीएम ऑफिस की पोस्ट में कहा गया, "हृदयविदारक गीत... जुबीन गर्ग... असम के हृदय में हमेशा।"
Singer Zubeen Garg: वर्तमान में पार्थिव शरीर उनके निवास पर रखा गया है, जहां 85 वर्षीय बीमार पिता समेत परिजन अंतिम दर्शन कर रहे हैं। लगभग डेढ़ घंटे बाद सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आम जनता के लिए दर्शन खुले रहेंगे। राज्य सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, क्योंकि लाखों प्रशंसकों के उमड़ने की आशंका है।
Singer Zubeen Garg: अंतिम संस्कार की रूपरेखा पर असम मंत्रिमंडल की रविवार शाम विशेष बैठक में फैसला होगा। परिवार और सामाजिक संगठनों से परामर्श के बाद दफन स्थल तय किया जाएगा। जुबीन के 'या अली' जैसे हिट गीतों ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया, "उनकी संगीतमय विरासत अमर रहेगी।" असम सरकार ने उनकी मौत की जांच सीआईडी को सौंपी है, जिसमें मैनेजर और फेस्टिवल ऑर्गेनाइजर पर शिकायतें हैं।