Actor Anupam Kher : अनुपम खेर के पिता का बक्सा और उनकी अनकही यादें, एक इमोशनल खुलासा...
Actor Anupam Kher : मुंबई। दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर हाल ही में एक पॉडकास्ट में शामिल हुए, जहां उन्होंने अपने पिता पुष्कर नाथ खेर से जुड़ी भावुक यादों को साझा किया। बातचीत के दौरान, अनुपम खेर काफी इमोशनल हो गए और अपने पिता के साथ के अनुभवों को याद करते हुए बताया कि उनके पिता को उन पर बेहद गर्व था, लेकिन एक खास बक्सा उनकी भावनाओं का सबसे बड़ा प्रतीक था।
Actor Anupam Kher : वो खास बक्सा, जिसे कोई छू नहीं सकता था
अनुपम खेर ने बताया कि उनके पिता के पास एक लोहे का बक्सा था, जिसे वे किसी को छूने नहीं देते थे। पिता की मृत्यु के बाद, जब अनुपम खेर ने उस बक्से को खोला, तो उन्हें अंदर कुछ ऐसा मिला जिसने उन्हें दंग कर दिया। बक्से के अंदर केवल अखबारों की कटिंग्स थीं, जो अनुपम खेर के बारे में छपी खबरें थीं। इन कटिंग्स में अनुपम के फिल्मों के रिव्यू, इंटरव्यू, और यहां तक कि बाउंस चेक तक शामिल थे। अनुपम खेर ने बताया कि उनके पिता ने हर उस खबर को संभाल कर रखा था, जिसमें उनके बेटे का नाम आया था, भले ही वो सकारात्मक हो या नकारात्मक। यह दिखाता है कि उनके पिता को अपने बेटे की हर छोटी-बड़ी उपलब्धि पर कितना गर्व था।
Actor Anupam Kher : ट्रेन में सफर के दौरान लोगों को बताते थे
अनुपम खेर ने एक और भावुक किस्सा साझा करते हुए कहा कि उनके पिता को ट्रेन से सफर करना बहुत पसंद था। सफर के दौरान वे अक्सर यात्रियों से यह कहते थे कि "अनुपम खेर मेरा बेटा है।" हालांकि, जब लोग उन पर विश्वास नहीं करते थे, तो वे अनुपम को रात में फोन करके लोगों से बात करवाते थे। लोगों का मानना था कि अगर अनुपम खेर उनका बेटा है, तो वे ट्रेन से सफर क्यों कर रहे हैं, लेकिन उनके पिता के लिए यह गर्व की बात थी कि वे अनुपम के पिता हैं।
Actor Anupam Kher : पिता की यादों का अनमोल खजाना
अनुपम खेर के पिता की ये भावनाएं और उनके बक्से में रखी गईं छोटी-छोटी चीजें यह दर्शाती हैं कि एक पिता अपने बेटे की उपलब्धियों को किस तरह से सहेज कर रख सकता है। साल 2012 में 84 वर्ष की उम्र में अनुपम खेर के पिता का निधन हो गया, लेकिन उनकी यादें और उनके द्वारा सहेजी गई चीजें आज भी अनुपम खेर के दिल में जीवित हैं।