World Earth Day 2025: साल में दो बार क्यों मनाया जाता है यह खास दिन और क्या है इसका महत्व? आइए जानें...

- Rohit banchhor
- 21 Apr, 2025
स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक संगठनों में 22 अप्रैल को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, वृक्षारोपण अभियान और स्वच्छता ड्राइव आयोजित किए जाएंगे।
World Earth Day 2025 : नई दिल्ली। हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day) के रूप में मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह खास दिन 21 मार्च को भी सेलिब्रेट किया जाता है? यह दिन हमें धरती के महत्व को समझाने और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर देता है। पर्यावरणीय चुनौतियों से जूझ रही हमारी धरती को बचाने के लिए यह दिन एक वैश्विक आह्वान है, जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाने की प्रेरणा देता है।
World Earth Day 2025 : दो तारीखों का अनोखा महत्व-
विश्व पृथ्वी दिवस को दो अलग-अलग तारीखों पर मनाने के पीछे वैज्ञानिक और सामाजिक कारण हैं। संयुक्त राष्ट्र ने 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के रूप में चुना, क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में वसंत का पहला दिन होता है। यह तारीख प्रकृति के संतुलन और ऋतुओं के बदलाव का प्रतीक है, जो धरती की जैविक विविधता और पर्यावरणीय संतुलन को रेखांकित करती है।
World Earth Day 2025 : वहीं, 22 अप्रैल को मनाया जाने वाला पृथ्वी दिवस एक वैश्विक सामाजिक आंदोलन का हिस्सा है। इसकी शुरुआत 1970 में अमेरिका में पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हुई थी। आज यह 195 से अधिक देशों में मनाया जाता है, जहां लाखों लोग पेड़ लगाने, कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक उपयोग कम करने जैसे कार्यों में हिस्सा लेते हैं।
World Earth Day 2025 : पृथ्वी दिवस का महत्व-
आज जब ग्लोबल वार्मिंग, वनों की कटाई, प्रदूषण और जैव विविधता का ह्रास जैसी समस्याएं चरम पर हैं, पृथ्वी दिवस हमें यह याद दिलाता है कि धरती का संरक्षण केवल सरकारों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। छोटे-छोटे प्रयास जैसे पौधरोपण, ऊर्जा संरक्षण, और एकल-उपयोग प्लास्टिक से परहेज करना, पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
World Earth Day 2025 : 2025 में पृथ्वी दिवस का संदेश-
इस साल विश्व पृथ्वी दिवस का थीम पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई पर केंद्रित है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हम अभी नहीं जागे, तो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा, पानी और प्राकृतिक संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक संगठनों में 22 अप्रैल को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, वृक्षारोपण अभियान और स्वच्छता ड्राइव आयोजित किए जाएंगे।