मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने अमानक दवाइयों की जलाई होली, प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

मंदसौर: चिकित्सक महासंघ के बैनर तले मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मंदसौर द्वारा चलाए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के तहत 21 फरवरी को इंदिरा गांधी जिला अस्पताल, मंदसौर में ओपीडी के सामने अमानक दवाइयों की प्रतीकात्मक होली जलाई गई। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मेडिकल टीचर्स और चिकित्सकों ने भाग लिया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सौरभ जैन और सचिव डॉ. ईशांत चौरसिया ने बताया कि यह आंदोलन प्रदेशभर में जारी है। प्रदेश के 51 जिला अस्पताल, 68 सिविल अस्पताल, 97 सिविल डिस्पेंसरी, 335 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 1170 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के मेडिकल ऑफिसर्स, 18 चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा शिक्षक, ईएसआई अस्पतालों के मेडिकल ऑफिसर्स, मेडिको लीगल संस्थानों के विशेषज्ञ, संविदा चिकित्सक और जूनियर डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर अमानक दवाइयों का दहन किया।
मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी डॉक्टर्स ने इस दौरान एकजुट होकर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा आदेशित उच्च स्तरीय समिति के गठन, कैबिनेट से पारित डीएसीपी और एनपीए का सही क्रियान्वयन, सातवें वेतनमान का लाभ 1 जनवरी 2016 से लागू करने, नेशनल टास्क फोर्स के सुरक्षा निर्देशों के पालन और चिकित्सा क्षेत्र में प्रशासनिक हस्तक्षेप को समाप्त करने की मांग उठाई। शनिवार को समस्त चिकित्सक सामूहिक उपवास रखेंगे और मास्क पहनकर भोजन अवकाश में दोपहर 12:30 से 1:00 बजे तक अपने कार्यस्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
24 फरवरी, सोमवार को चिकित्सक एक घंटे (12:30 से 1:30) तक कार्यस्थल के बाहर प्रदर्शन करेंगे। यदि मांगे नहीं मानी गईं तो 25 फरवरी, मंगलवार से प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। चिकित्सकों का कहना है कि वे वर्षों से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और अतार्किक नीति निर्धारण के कारण उन्हें आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ा है।