MP News : CM डॉ. मोहन यादव ने बच्चों को पिलाई पोलियो की 'जीवन रक्षक' बूंदें, 39 लाख मासूमों को बचाने का मेगा अभियान शुरू

- Rohit banchhor
- 12 Oct, 2025
डॉ. यादव ने इसे न केवल स्वास्थ्य क्रांति बताया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वस्थ भारत' विजन की दिशा में एक मील का पत्थर करार दिया।
MP News : भोपाल। पोलियो जैसी घातक बीमारी को जड़ से उखाड़ फेंकने की दिशा में मध्यप्रदेश ने एक और मजबूत कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार सुबह अपने निवास पर 12 नन्हे बच्चों को पोलियो रोधी दवा की दो बूंदें पिलाकर तीन दिवसीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान प्रदेश के 18 चयनित जिलों में चलाया जा रहा है, जहां 39.19 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो से सुरक्षा कवच प्रदान किया जाएगा। डॉ. यादव ने इसे न केवल स्वास्थ्य क्रांति बताया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वस्थ भारत' विजन की दिशा में एक मील का पत्थर करार दिया।
पोलियो उन्मूलन: हर बच्चे की सुरक्षा, राष्ट्र की जिम्मेदारी-
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान की शुरुआत करते हुए अपील की कि पोलियो की दो बूंदें किसी बच्चे को आजीवन अपंगता से बचाती हैं और एक मजबूत राष्ट्र की नींव रखती हैं। "यह बीमारी एक बच्चे को पराश्रित बना सकती है, इसलिए इसका पूर्ण उन्मूलन हर नागरिक का कर्तव्य है," उन्होंने जोर दिया। प्रदेश में पोलियो के खिलाफ यह लड़ाई वर्षों से जारी है—2014 के बाद भारत पोलियो मुक्त घोषित हुआ, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों और प्रवासी आबादी में खतरा बरकरार है। इस अभियान से 0-5 वर्ष के बच्चों को कवर किया जा रहा है, जो वैश्विक स्वास्थ्य संगठन (WHO) की गाइडलाइंस पर आधारित है।
64 हजार से अधिक वैक्सीनेटर्स, 24 हजार बूथ और टीमें घर-घर दस्तक देंगी। डॉ. यादव ने कहा, "जनसहभागिता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हर अभिभावक आगे आएं, ताकि मध्यप्रदेश 'पूर्णत: पोलियो मुक्त' बने।" कार्यक्रम में शामिल स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि पोलियो वायरस पैरालिसिस का कारण बनता है, जो 1 में से 200 मामलों में स्थायी विकलांगता देता है। लेकिन नियमित टीकाकरण से 99% सुरक्षा मिलती है।
मेगा कवरेज: 18 जिलों में 39 लाख बच्चों की ढाल-
12 से 14 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में अनूपपुर, बैतूल, भिंड, भोपाल, छिंदवाड़ा, दतिया, देवास, ग्वालियर, नर्मदापुरम, जबलपुर, कटनी, खंडवा, खरगोन, मंडला, मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर और नीमच जिले शामिल हैं। ये जिले उच्च जोखिम वाले चुने गए, जहां प्रवासी मजदूर, आदिवासी क्षेत्र और शहरी स्लम्स में पहुंच जरूरी है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. सौरभ पुरोहित ने बताया, "हमारे पास 2 करोड़ डोज तैयार हैं। बूथों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक टीकाकरण होगा, फिर घरेलू विजिट।"
भोपाल में CM निवास पर आयोजित समारोह में नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रमुख सचिव संदीप यादव और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने इसे जनआंदोलन का रूप दिया।