600 क्लस्टर से तैयार होंगे प्रमाणित बीज, किसानों को फ्री में मिलेंगे- शिवराज सिंह चौहान
- Rohit banchhor
- 04 Oct, 2024
ऑइल सीड से वो 12.7 बिलियन ही खाद्य तेल का उत्पादन हो पाता है और बाकी मांग पूरा
MP News : भोपाल। देश की मोदी कैबिनेट ने किसान हितैषी निर्णय को स्वीकृत किया है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया है। भोपाल स्थित मामा के घर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कल दो बड़े फैसले हुए हैं, भारत अपनी कुल जो खाद्य तेल की आवश्यकता है वो 29.2 मिलियन टन 2022-23 में थी, लेकिन हमारे यहां जो उत्पादन होता है।
MP News : ऑइल सीड से वो 12.7 बिलियन ही खाद्य तेल का उत्पादन हो पाता है और बाकी मांग पूरा करने के लिए हमको विदेशों पर या आयात पर निर्भर रहना पड़ता है तो कल एक बड़ा फैसला किया गया है कि आयात पर निर्भर खत्म करके आत्मनिर्भर हम खाद्य तेलों में कैसे बने... इसलिए राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन तिलहन बनाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 10 हजार 103 करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से हमारे यहां अभी जो ऑइल सीड्स हैं उनका उत्पादन काफी कम है और इसलिए उन्नत बीज किसानों को ICAR ये बीज बनाएगा ब्रीडर सीड्स उसे फाउंडेशन सीड फिर सरटीफाइड सीड बनाकर किसानों को फ्री में उपलब्ध कराए जाएंगे,

MP News : 600 क्लस्टर इसके लिए पूरे देश में बनाए जाएंगे। 347 जिले के 21 राज्यों में जहाँ भी ऑइल सीड्स का उत्पादन होता है उन राज्यों को विशेष रूप से लिया गया है, किसानों को इन कलस्टर में फ्री में बीज, उनको ट्रैनिंग, नई टेक्नोलॉजी कैसे खेती करे जिससे ज्यादा उत्पादन हो और वो जो उत्पादित करेंगे उसकी 100 % खरीदी की जाएगी,ऐसी सुविधाएं इस मिशन के अंतर्गत किसानों को दी जाएगी। हर साल 10 लाख हेक्टर पूरे देश में खेती की जाएगी, 7 साल में 70 लाख हेक्टर एरिया इस योजना के अंतर्गत दिया जाएगा,
MP News : उन्नत बीजों की कमी पूरा करने के लिए 65 नए बीज केंद्र बनाए जाएंगे, 100 हमारे बीज केंद्र बनेंगे, बीजों को सुरक्षित रखने के लिए 50 बीज भंडारण इकाइयां भी बनाई जाएंगी और राज्यों पर हम ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। जहाँ केवल एक फसल लेते हैं खरीफ की, इंटरक्रॉपिंग का भी उपयोग करेंगे, अलग-अलग फसलों के बीच में ये बीज, फसलें लगाई जा सकती हैं और पूरी खरीद किसानों से करेंगे, एक ये बड़ा फैसला कल हुआ है ।

