अतिथि शिक्षकों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज, अब दिल्ली में प्रदर्शन की तैयारी
भोपाल। गांधी जयंती पर सुंदरकांड का पाठ करने वाले अतिथि शिक्षकों पर पुलिस ने रात के अंधेरे में जमकर लाठियां भांजी हैं। लाठी खाने के बाद अतिथि सिक्षक अब उग्र आंदोलन करने की तैयारी में हैं। विरोध स्वरूप गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों में अतिथि शिक्षक राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन दिया गया। उसके बाद अतिथि शिक्षक अब दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार की कथनी और करनी का पोल खोल अभियान शुरू करेंगे।
गांधी जयंती पर भोपाल के सेकंड स्टॉप स्थित आंबेडकर मैदान में अतिथि शिक्षक बुधवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। उन्होंने नारे लगाए- कब्जा करने आए हैं, तो कब्जा करके जाएंगे। इन नारों को स्कूल शिक्षा मंत्री राब उदय प्रताप सिंह के उस बयान का जवाब माना जा रहा था, जिसमें उन्होंने अतिथि शिक्षकों को लेकर कहा था कि आप हमारे मेहमान बनकर आओगे तो घर पर कब्जा करोगे क्या। शिक्षक जब सीएम हाउस का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे, तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बेरिकेड्स लगाए।
यहां पुलिस से उनकी झड़प और धक्कामुक्की भी हुई। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने देर रात आपसास लाइट बंद कर दी और उसके बाद बल प्रयोग शुरू कर दिया। जब अतिथि शिक्षकों पर लाठी चार्ज किया गया, तब वे सुंदर कांड का पाठ कर रहे थे। उस दौरान वहां पर भारी पुलिस बल तैनात था। पुलिस के अचानक लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई थी। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि पुलिस गोली मारने की बात कह रही थी।
अतिथि शिक्षक संघ के सुनील परिहार व रविकांत गुप्ता का कहना है कि पुलिस ने लाइट बंद कर बर्बरता से पिटाई गई है। पुलिस ने वीडियो बनाने वाले मोबाइल और चार्जर तक छुड़ा लिए हैं। पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज राज्यपाल के नाम जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपा जाएगा। अतिथि शिक्षकों की कोर कमेटी जल्द ही उग्र आंदोलन को लेकर रणनीति बनाएगी। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी प्रदर्शन होगा