मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) की ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सूबे में कांग्रेस (Congress), एनसीपी (NCP) और शिवसेना (Shiv Sena) गठबंधन की सरकार अभी चल रही है। उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) इस सरकार के मुखिया हैं। इन सब के बीच राज्य के सियासी गलियारों में चर्चा है कि 25 विधायकों ने महा विकास आघाडी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों के खिलाफ ही शिकायत करने के लिए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के कम से कम 25 कांग्रेस विधायकों ने अपनी सरकार के खिलाफ बागी तेवर दिखाए हैं। जिससे चिंता बढ़ गई है। कांग्रेस के इन विधायकों ने पार्टी के मंत्रियों के खिलाफ ही शिकायत करने के लिए सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है। इन विधायकों का आरोप है कि उनकी ही पार्टी के मंत्री उनकी समस्याओं का जवाब नहीं दे रहे हैं। विधायकों ने एक पत्र में सोनिया गांधी से ‘चीजों को ठीक करने’ के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कुछ विधायकों का कहना है कि एमवीए में मंत्री, विशेष रूप से कांग्रेस के मंत्री, उनकी बात नहीं सुनते हैं।गौर हो कि इससे पहले यह भी खबरें आई थी कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री एवं राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटिल से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नाराज हैं। हालांकि दिलीप वलसे पाटिल ने मंगलवार को इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया था। शरद पवार से मुलाकात के बाद गृहमंत्री वलसे पाटिल ने कहा कि ठाकरे किसी मुद्दे पर उनसे नाराज नहीं हैं।