अलसाब्रीन नाज कुरैशी/नारायणपुर। नारायणपुर जिले में आज से वन कर्मी प्रदेश व्यापी आह्वान पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जिले भर के 127 वन कर्मी धरने पर मौजूद है। जिसके चलते जिले भर में वन अमले का कार्य पूरी तरह से बाधित है।
वन कर्मी 12 सूत्रीय मांगों लेकर धरने पर बैठे हुए है। वही वन कर्मियों की मुख्य मांग है कि उन्हें शासन द्वारा बनाई गई 2003 में भर्ती नियम का पालन सरकार करें। साथ ही अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में पदस्त वन कर्मचारियों को सही ढंग वेतन मान देने के साथ ,कर्मचारियों पद के हिसाब से काम बांटे । वही वन कर्मचारी का कहना है कि उनकी 12 सूत्रीय मांग जब तक पूरी नहीं होती वे हड़ताल पर बैठे रहेंगे ।
नारायणपुर जिले का 3 चौथाई इलाका वन और अपार खनिज संपदा से भरा पड़ा है। ऐसे वन कर्मियों के हड़ताल में चले जाने से वन,वन्यप्राणी सुरक्षा ,वनोपज संग्रहण एवम वनोपज क्रय विक्रय जैसे काम सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे ।
वही इन दिनों ग्रीष्मकाल मौसम के चलते जंगलों में लगातार आग लग रही है। ऐसे में वनों को सबसे ज्यादा हानि हो रही ,जंगलों में कूप कटाई का कार्य भी वन कर्मियों के हड़ताल में जाने के बाद पूरी तरह से बंद है ,और हजारों घन मीटर लकड़ी जंगली में कटाई के बाद पड़ी हुई है। जिसका परिवहन नही हो पा रहा है। ऐसे में वन माफियों के द्वारा भी जंगलो में कटी लकड़ियों के चोरी होने का अंदेशा भी लगातार बना हुआ है। वही वन कर्मियों के हड़ताल में जाने से ग्रामीण अंचल में रह रहे ग्रामिणो पर भी इसका अशर देखने को मिल रहा है ,ग्रामीण अपने वनोपज का क्रय विक्रय समर्थन मूल्य पर नही कर पा रहे है ।