Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के खिलाफ बिहार में परिवाद दर्ज, कुंभ में स्नान को लेकर दिया था विवादित बयान, 3 फरवरी को सुनवाई

- Pradeep Sharma
- 28 Jan, 2025
Mallikarjun Kharge: बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ एक परिवाद दर्ज किया गया है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कुंभ स्नान को लेकर जो कथित बयान दिया था उसको लेकर मुजफ्फरपुर के मुख्य
पटना। Mallikarjun Kharge: बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ एक परिवाद दर्ज किया गया है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कुंभ स्नान को लेकर जो कथित बयान दिया था उसको लेकर मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दर्ज हुआ है। यह परिवाद वकील सुधीर कुमार ओझा ने दर्ज कराया है। वकील ओझा ने कांग्रेस अध्यक्ष पर भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है।
Mallikarjun Kharge: परिवाद दर्ज कराने वाले सुधीर ओझा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर राजनैतिक लाभ के लिए हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। परिवाद में ओझा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 3 फरवरी तय की है।
Mallikarjun Kharge: क्या बोले थे खरगे
मध्यप्रदेश के महू में आयोजित रैली को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संबोधित किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पर सवाल उठाते हुए खरगे ने कहा कि क्या गंगा में डुबकी लेने से गरीबी दूर होती है? क्या इससे आपका पेट भरता है? उन्होंने आगे कहा कि मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहता। अगर किसी को बुरा लगा हो तो मैं माफी मांगता हूं।
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि जब बच्चे भूख से मर रहे हैं, स्कूल नहीं जा रहे हैं, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही, तब ये लोग हजारों रुपये खर्च कर गंगा में डुबकी लगाने की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। जब तक टीवी पर अच्छा दृश्य नहीं आ जाता तब तक ये लोग डुबकी मारते हैं।
Mallikarjun Kharge: ऐसे लोगों से देश की भलाई होने वाली नहीं है। हमारी आस्था भगवान में है। कर सकते हैं। हर एक को आज़ादी है। आप रोज़ पूजा करिए। घर में हर आदमी और हर महिला पूजा कर के बाहर निकलती है। हमें कोई एतराज़ नहीं है। हमको एतराज़ है—ग़रीबों का जो शोषण हो रहा है, धर्म के नाम पर, उसके ख़िलाफ़ हमको लड़ना है।