Breaking News

vastu tips : मंदिर में भूलकर भी न रखें ये पांच चीजें,आज ही निकाल कर दें बाहर

 


 vastu tips : जब भी किसी को दुःख होता है। तो वह सबसे पहले भगवान को ही याद करता है. हर घर में भगवान की तस्वीर या मंदिर तो रहता है। लेकिन कभी कभी लोग अपने मंदिर में कुछ ऐसे चीज़ो को रख देते है जिससे घर में सुख शांति कमी हो जाती है. लेकिन हम कुछ ऐसी छोटी-मोटी गलतियां कर देते हैं, जो वास्तु के अनुसार घर में क्लेश का कारण बनती है. इसी तरह से घर में बने मंदिर में रखी कुछ चीजें भी वास्तु दोष (Vastu Dosh) का कारण बन सकती है. आज हम आपको बताते हैं उन पांच चीजों के बारे में जो अगर आपके मंदिर में रखी हुई है, तो इसे आपको तुरंत मंदिर से हटा देना चाहिए, क्योंकि ये अशांति और झगड़े का कारण बनती है.

 vastu tips : पूर्वज की फोटो न रखें भगवान के साथ
कई बार ऐसा होता है की हम भगवान साथ कभी कभी पूर्वजों की फोटो भी लगा देते है। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहती है। वास्तु के अनुसार, मंदिर में या मंदिर के पास अपने पूर्वजों या माता-पिता की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए. कहते हैं कि अगर भगवान के साथ पितरों की तस्वीर रखी जाती है, तो घर में क्लेश का कारण बनती और भगवान भी रुष्ट हो जाते हैं.

 vastu tips : न रखें खंडित मूर्ति
अगर आपके मंदिर में भगवान की कोई भी मूर्ति खंडित है या पुरानी फटी हुई फोटो है, तो इसे आपको तुरंत हटा देना चाहिए और इसकी जगह नई फोटो या मूर्ति रखनी चाहिए, क्योंकि खंडित चीजें मंदिर में रखने से नकारात्मकता आती है. इतना ही नहीं अगर आपके पास कोई धार्मिक पुस्तक है और वो भी फटी हुई है तो इसे भी आप हटा दें.

 vastu tips : दो शंख एक साथ
वास्तु के अनुसार, मंदिर में केवल एक ही शंख होना चाहिए, मंदिर में दो या इससे ज्यादा शंख रखने से घर में लड़ाई झगड़े होते हैं और पैसों की तंगी भी होने लगती है.

 vastu tips : पूजन सामग्री
अक्सर देखा जाता है कि लोग पूजा करने के बाद पूजन में इस्तेमाल की गई सामग्री को पॉलीथिन में कई दिनों रखा रहने देते हैं. जबकि रोजाना मंदिर की सफाई करने के साथ ही पूजा में इस्तेमाल हुई सामग्री को हटाकर तुरंत पानी में विसर्जित कर देना चाहिए, नहीं तो इससे मंदिर और गंदा तो रहता ही है साथ ही घर में सुख शांति भी नहीं होती है.

 vastu tips :एकभगवान की एक से ज्यादा मूर्ति
वास्तु शास्त्र के नियम के अनुसार, घर के मंदिर में एक भगवान की केवल एक ही मूर्ति होनी चाहिए. उदाहरण के तौर पर अगर आपके पास गणेश जी की दो मूर्तियां है, तो आप मंदिर में केवल एक ही मूर्ति स्थापित करें और एक मूर्ति को आप घर के किसी दूसरे स्थान पर रख सकते हैं या किसी को दे सकते हैं.