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शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने हुए कोंडागांव जनपद पंचायत क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित

कार्यशाला आयोजित

शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने हुए कोंडागांव जनपद पंचायत क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित


रामकुमार भारद्वाज/कोण्डागांव :-  जनपद पंचायत क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों को शासन के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए कार्यशाला का आयोजन शनिवार को जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभाकक्ष में किया गया। 



इस अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत ने कहा कि इस कार्यशाला का आयोजन इसलिए किया गया है, ताकि जनप्रतिनिधि शासन की सभी योजनाओं से वाकिफ हों और वास्तविक हितग्राहियों को उनका लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कोंडागांव जनपद पंचायत क्षेत्र में 100 से अधिक आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत हैं, जिनका निर्माण ग्राम पंचायतों के द्वारा किया जा रहा है। इनके निर्माण की धीमी प्रगति को देखते हुए नई रणनीति अपनाई गई है। इसके तहत भवन निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री के क्रय हेतु कुछ राशि अग्रिम के तौर पर प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण से गांवों के बच्चों को अच्छा और सुविधाजनक वातावरण मिलेगा।



 उन्होंने सिकलसेल और एनीमिया स्क्रीनिंग के संबंध मंे कहा कि यह कार्य पूर्ण हो चुका है तथा अब चिन्हांकित रोगियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि रक्तचाप और मधुमेह की जांच भी की जा रही है, जिससे रोगियों की पहचान कर निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने गर्भावस्था के प्रारंभ से ही जच्चा बच्चा की उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए शुरुआत में ही पंजीयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शुरुआत में की किसी प्रकार की जटिलता पाए जाने पर देखभाल में सहजता होती है। उन्होंने इसके साथ ही वजन त्यौहार में बच्चों के सही ढंग से वजन लेने को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों का उपचार पोषण पुनर्वास केन्द्र में किया जाता है, जहां बच्चे के उपचार के साथ ही माता को 2200 रुपए भी प्रदान किया जाता है। 



उन्होंने बच्चों के शारीरिक के साथ ही मानसिक विकास के लिए सुपोषण को आवश्यक बताया। उन्होंने इसके साथ ही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों को प्रशिक्षण और 7500 रुपए की सहायता के साथ ही बिना ब्याज के प्रदाय किए जा रहे ऋण के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने किसान सम्मान निधि एवं किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को लाभान्वित करने के लिए छूटे हितग्राहियों को भी जागरुक करने पर जोर दिया। उन्होंने ऑइल पॉम की खेती के लिए शासन द्वारा दिए जा रहे लाभ को देखते हुए किसानों को प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को प्रमाण पत्र एवं सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए शिविरों का आयोजन किया गया था। छूटे हुए हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए पुनः इसका आयोजन किया जाएगा। उन्होंने शालाओं में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पालकों को प्रेरित करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि शालाओं मंे शिक्षकों की कमी को शीघ्र ही दूर किया जाएगा। 



कलेक्टर कुणाल दुदावत ने 20 लाख रुपए से कम राशि के कार्यों के लिए निर्माण एजेंसी के रुप में ग्राम पंचायतों को नियुक्त करने की बात कही। वहीं फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्रों में तीन वर्षों के संधारण की शर्तों के साथ फ्लोराईड रिमुवल प्लांट स्थापित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दुकानों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुनगापदर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मेड़पाल में नए उचित मूल्य की दुकान की स्थापना हेतु पंचायत के माध्यम से प्रस्ताव देने को भी कहा। 



कलेक्टर कुणाल दुदावत ने मलेरिया, डेंगू, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों के साथ ही सर्पदंश की घटनाओं को लेकर सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मलेरिया व डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक है कि पानी को जमा न होने दें। वहीं मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें। बुखार आने पर तुरंत अस्पताल जाएं। उन्होंने कहा कि सभी पेयजल स्त्रोतों के क्लोरोनाईजेशन का कार्य किया गया है, जिससे डायरिया की स्थिति निर्मित न हो। वहीं इसके साथ ही क्लोरोनाईनेशन का द्वितीय चरण प्रारंभ करने की बात भी कही। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि सभी मातागुड़ी और देवगुड़ियों में पौधरोपण का कार्य वृहद स्तर पर किया जाएगा, जिसमें सभी ग्रामवासियों की सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने इस अवसर पर ग्रामों की समस्याओं के संबंध में भी जानकारी लेते हुए कहा कि इनका शीघ्रता के साथ निराकरण किया जाएगा।



उन्होंने कहा कि शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार जिले में वन अधिकार पट्टे से संबंधित नामांतरण, बंटवारा तथा सीमांकन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसमें नामांतरण एवं बंटवारे का कार्य  पट्टे के साथ प्रदाय किए गए किसान किताब में किया जाता है। वन भूमि पट्टा से संबंधित नामांतरण, बंटवारा तथा सीमांकन की प्रकरणों के वन विभाग में प्रकरण दर्ज होने के संबंध में जानकारी दी। 



जिला पंचायत अध्यक्ष  देवचंद मातलाम ने जिला प्रशासन द्वारा की गई इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को शासन की योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई। इसके साथ ही जिला प्रशासन के संज्ञान में ग्राम की समस्याएं भी सामने आईं, जिनका समाधान किया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती भगवती पटेल तथा जनपद पंचायत कोंडागांव के अध्यक्ष शिवलाल मंडावी ने भी संबोधित किया और कार्यक्रम की सराहना की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा शासकीय योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री खेमचंद नेताम, श्री बालसिंह बघेल, रेशमा दीवान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई सहित क्षेत्र के जनपद सदस्य एवं सरपंचगण व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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