अनुपस्थिति में ले लिया प्रभारी सीएमओ का चार्ज , परिषद की बैठक में भी हो गये शामिल , नपं के निलंबित राजस्व निरीक्षक का गजब कारनामा
- Sanjay Sahu
- 23 Sep, 2024
अनुपस्थिति में ले लिया प्रभारी सीएमओ का चार्ज , परिषद की बैठक में भी हो गये शामिल , नपं के निलंबित राजस्व निरीक्षक का गजब कारनामा
गौरी शंकर गुप्ता/ घरघोड़ा : रायगढ ज़िले के नगरीय निकायों की प्रशासनिक व्यवस्था मनमाने तौर तरीकों पर चल रही है। दो दिन पूर्व ही ज़िले के घरघोडा नपं के प्रभारी सीएम ओ तथा राजस्व निरीक्षक को नगरीय प्रशासन ने निलंबित किया है। उक्त निरीक्षक पर दायित्व निर्वहन में लापरवाही का आरोप प्रमाणित हुआ है किंतु कहानी केवल इतनी नहीं है.
बल्कि निलंबित राजस्व निरीक्षक शंभुदयाल ने वो कारनामा कर दिखाया है जिसने पूरे नगरीय प्रशासन को अचंभे में डाल दिया है। दर असल रेवेन्यू इंस्पेक्टर ने अपनी अनुपस्थिति में ही प्रभारी सीएमओ का चार्ज लिया और इससे भी बढ़कर नगर पंचायत के परिषद की बैठक में भी शामिल हो गये। इतना ही नहीं अपनी अनुपस्थिति में प्रभारी सीएमओ शम्भू पटनायक द्वारा समान्य सभा की बैठक लेना बताया गया पर मिनिट बुक में उनके हस्ताक्षर ना होता बताता है कि उक्त बैठक को दबाव में लिखा गया है ।
मिडिया को प्राप्त रिकार्ड यह प्रमाणित करते हैं कि घरघोडा नगर पंचायत में नगर सरकार और प्रशासनिक तंत्र निरंकुश होकर काम कर रहे हैं। कभी परिषद की बैठक की सूचना महज एक सप्ताह पूर्व पार्षदों को दी जाती है तो कभी अनुपस्थित पार्षद की भी परिषद में हस्ताक्षर युक्त हाजिरी दर्ज कर दी जाती है। कभी एक ही वक्त पर बहुतायत वार्डो के लिए समान मात्रा में गैरजरुरी सामग्री क्रम कर ली जा रही तो कभी नगर के चौक चौराहों का नामकरण करने में परिवारवाद का आरोप लगा रहा है। इसी कड़ी में ताजा मामला नगर पंचायत के रिकार्ड में गलत जानकारी और हस्ताक्षर दर्ज करने का सामने आया है। दर असल बीते 11 मार्च को नपं में नगर परिषद की बैठक आयोजित थी ।
इसी तारीख पर तत्कालीन सीएमओ सुमित मेहता का रामानुजगंज ट्रांसफर हो जाता है और उनके द्वारा राजस्व निरीक्षक शंभुदयाल पटनायक को प्रभार सौपा जाता है लेकिन शंभुदयाल उस तारीख पर अनुपस्थित रहते हैं। यही नहीं 11 मार्च को ही अनुपस्थिति के दौरान प्रभारी सीएमओ नपं परिषद की बैठक में उपस्थित बताये जाते हैं। इस बैठक में पूर्व नगर अध्यक्ष व बीजेपी पार्षद शिशु विजय सिन्हा भी अनुपस्थित रहते हैं किंतु हाजिरी रजिस्टर में उनके हस्ताक्षर हो जाते हैं।
हैरानी की बात यह है कि अवकाश का आवेदन पत्र होने के बावजूद शंभुदयाल पटनायक भला सीएमओ का प्रभार कैसे ले सकते हैं और परिषद की बैठक में भी कैसे हाजिरी लगा सकते हैं ? ऐसी ढेरों शिकायतों का संज्ञान लेकर नगरीय प्रशासन ने राजस्व निरीक्षक को निलंबित तो कर दिया है लेकिन नगर पंचायत घरघोडा में जो मनमानी चल रही है उस पर भी शासन तथा नगरीय प्रशासन को गहन संज्ञान लेने की जरुरत है वरना सियासी नूराकुश्ती का अखाडा बन चुके नपं कार्यालय में निरंकुश होती व्यवस्था एक दिन जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों के बीच सिर फुटव्वल का कारण बनेगी। बहरहाल नगरीय प्रशासन के द्वारा राजस्व निरीक्षक के निलंबन की नगर में सराहना भी हो रही है।