बैलाडीला मार्ग की हालत बदतर, प्रशासन की अनदेखी से बढ़ रही दुर्घटनाएं
फकरे आलम खान/दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा जिले में प्रशासन की अनदेखी के कारण बैलाडीला मार्ग की हालत बेहद खराब हो चुकी है, जिससे न केवल यात्री बल्कि ग्रामीणों के लिए भी रोजाना का सफर जानलेवा बन चुका है। पिछले चार वर्षों से इस मार्ग पर कोई सुधार नहीं किया गया है, और इसका खामियाजा यहां से गुजरने वाले यात्री भुगत रहे हैं। बैलाडीला मार्ग पर पिछले चार सालों से कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ है, जिस कारण यह सड़क गड्ढों और धूल से भरी हुई है। इस मार्ग से भारी वाहन, यात्री बसें, और दोपहिया वाहन गुजरते हैं, जिससे यहां दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। खासकर दोपहिया वाहनों के लिए यह मार्ग बेहद खतरनाक हो गया है, और यात्री अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करने पर मजबूर हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पहले 30 मिनट का यह रास्ता अब एक से डेढ़ घंटे में तय होता है, क्योंकि सड़कों की हालत इतनी खराब हो गई है कि गड्ढों के कारण वाहन रुक-रुक कर चलते हैं। इसके अलावा, कड़ी धूल भी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। जो पहले आसान रास्ता था, वह अब खतरनाक हो चुका है, और इससे कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।
विकास की राह में सड़कें सबसे बड़ी चुनौती
ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति हमेशा विकास के पैमाने पर अहम होती है। दंतेवाड़ा जिले के कई गांव अब तक पक्की सड़कों से महरूम थे, और यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को कच्चे रास्तों और पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता था।
हालांकि, अब इन गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ने का काम शुरू हुआ है, जिससे ग्रामीणों की कठिनाइयां कुछ हद तक कम हुई हैं। लेकिन प्रशासन का ध्यान अब इन मार्गों की मरम्मत पर होना चाहिए, क्योंकि जहां निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है, वहीं खराब सड़कें दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं।
सड़कों की हालत और प्रशासन की अनदेखी
दंतेवाड़ा जिले के कुछ महत्वपूर्ण मार्ग जैसे पैढ़ापुर से किरंदुल और पटेल पारा से कड़मपाल मार्ग पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत सड़कों का निर्माण तो हुआ था, लेकिन चार सालों से इन सड़कों की मरम्मत नहीं की गई है। जिस कारण कई जगहों पर सड़कों का नामो-निशान नहीं है और दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग पहले बेहतर था, लेकिन वर्तमान में सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कोई भी वाहन पलटने का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन को चाहिए कि इन सड़कों की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाए, ताकि ग्रामीणों और यात्रियों को राहत मिल सके।
जनता की अपील, लेकिन प्रशासन से कोई सुनवाई नहीं
विगत चार वर्षों से स्थानीय लोग और ग्रामीण प्रशासन से कई बार इस मार्ग की मरम्मत की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस दौरान, सड़कों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है और दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है।