दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण, आज रामलीला मैदान में, आम और ख़ास आमंत्रित, तीन मंच तैयार

दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को रामलीला मैदान में, तैयारियां जोरों पर
दिल्ली में गुरुवार को होने वाले नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यह भव्य आयोजन रामलीला मैदान में होगा, जहां राजनीतिक हस्तियां, मशहूर लोग और आम जनता समेत करीब 50,000 लोग शामिल होने की उम्मीद है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई में यह समारोह दिल्ली में 27 साल बाद उनकी सत्ता में वापसी का प्रतीक होगा।
शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी शख्सियतों के शामिल होने की पुष्टि हुई है। इनमें शामिल हैं: - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह - BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा - दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना इसके अलावा, कई केंद्रीय मंत्रियों और BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया है। हालांकि, कुछ मुख्यमंत्री अपने राज्यों में चल रहे बजट सत्र के कारण शामिल नहीं हो पाएंगे।
BJP ने ऑटो-रिक्शा चालकों, झुग्गीवासियों, किसानों और गिग वर्कर्स को भी आमंत्रित किया है, ताकि समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले। साथ ही, करीब 50 मशहूर हस्तियों और उद्योगपतियों को न्योता भेजा गया है, हालांकि उनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। प्रोटोकॉल के तहत पूर्व मुख्यमंत्रियों अरविंद केजरीवाल और आतिशी को भी आमंत्रित किया गया है।
रामलीला मैदान को इस आयोजन के लिए चुना गया है, क्योंकि यह बड़ी भीड़ को समायोजित करने में सक्षम है। समारोह दोपहर 12 बजे शुरू होगा। मैदान में तीन मंच तैयार किए जा रहे हैं:
मुख्य मंच: यहां प्रधानमंत्री, उपराज्यपाल, BJP अध्यक्ष, नया मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल मौजूद रहेंगे।
दूसरा मंच: केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के लिए।
तीसरा मंच: अन्य मेहमानों के लिए। पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्लीवासियों समेत करीब 50,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। मध्य, उत्तरी और नई दिल्ली क्षेत्रों में गुरुवार को 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। इनमें 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल शामिल होंगे। कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (QRT), पीसीआर वैन, आतंकवाद-रोधी जांच टीमें, SWAT दस्ते और स्नाइपर्स को रणनीतिक स्थानों पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के लिए कई स्तरों पर बैरिकेडिंग होगी। इसके अलावा, प्राथमिक चिकित्सा कियोस्क और अन्य सुविधाएं भी मैदान में उपलब्ध होंगी।