महाकुंभ में बढ़ी भीड़ से हालात बदतर, शहर और आसपास के इलाके जाम से जूझ रहे, संगम रेलवे स्टेशन किया गया बंद

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे शहर का यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गया है। आलम यह है कि 15-15 किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी लाइनें लग रही हैं, और 20 मिनट के रास्ते को तय करने में श्रद्धालुओं को 2 से 3 घंटे का समय लग रहा है।
महाकुंभ के चलते न केवल शहर की प्रमुख सड़कों पर, बल्कि गलियों में भी जाम की स्थिति है, जिससे स्थानीय निवासियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के चारों ओर करीब 30 किलोमीटर तक जाम की चपेट में है।
खासकर आसपास के रेलवे स्टेशनों की स्थिति बहुत खराब है, जहां पैरों तक रखने की जगह नहीं बची है। इस भीड़ को देखते हुए संगम (दारागंज) स्टेशन को बंद कर दिया गया है। प्रयागराज के आसपास के जिलों जैसे भदोही, मिर्जापुर, जौनपुर, और कौशांबी में भी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है।
रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ और गाड़ियों की कतारें बढ़ने के कारण प्रशासन को कई सख्त कदम उठाने पड़े हैं। हालांकि, 5 फरवरी के बाद थोड़ी कमी देखी गई थी, लेकिन अब फिर से श्रद्धालुओं का आना जारी है। एयरपोर्ट से संगम तक पहुंचने में यात्रियों को भी काफी समय लग रहा है। निजी वाहनों से आने वाले लोग भी भारी ट्रैफिक जाम से जूझ रहे हैं।
हर घंटे करीब 6,000 से 7,000 गाड़ियां प्रयागराज पहुंच रही हैं, जिससे सड़कें कछुए की चाल से चल रही हैं। महाकुंभ से लौटने वाली भारी भीड़ के कारण प्रयागराज-वाराणसी नेशनल हाईवे पर भी जबरदस्त ट्रैफिक दबाव बढ़ गया है। इसे देखते हुए भदोही प्रशासन ने लाला नगर टोल प्लाजा को अस्थायी रूप से टोल फ्री कर दिया है, ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके।
इसके अलावा, महाकुंभ के कारण संगम स्टेशन को अगले आदेश तक बंद किया गया है, क्योंकि इस स्टेशन की क्षमता 1,000 से 2,000 यात्रियों की ही है। प्रशासन ने सभी प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और यात्री की सुविधा के लिए 150 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है।
महाकुंभ के दौरान जाम और भीड़ की स्थिति के बावजूद, श्रद्धालु उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन उनके लिए राहत के उपाय जल्द ही लागू करेगा।
सनातनियों ने ठाना है कुंभ नहाने जाना है
— Dilip Kumar Singh (@DilipKu24388061) February 10, 2025
मौनी अमावस्या की क्षणिक घटना के बाद, जैसे सनातनी समाज में एक अतिरिक्त जोश आ गया है और दृढ़ संकल्पित है कि #महाकुंभ_2025 में जाएगा।
ये वीडियो एक छोटा सा उदाहरण है प्रयागराज में पिछ्ले 4 दिन से आने वाली भीड़ का🚩🙏 pic.twitter.com/F9boebZ7KU