छत्तीसगढ़ में राशन कार्ड (Ration card) सत्यापन शुरू, इन लोगों के रद्द होंगे कार्ड

रायपुर | राज्य सरकार पलायन करने वाले परिवारों के राशन कार्ड (Ration card) रद्द करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए गांव एवं शहर में सत्यापन शुरू की जाएगी। सत्यापन के दौरान यदि कोई भी परिवार राज्य से बाहर कमाने खाने गया होगा तो उनका राशन कार्ड (Ration card) अपात्र श्रेणी में डालकर उनके राशन कार्ड (Ration card) को निरस्त कर दी जाएगी। सत्यापन की यह प्रक्रिया कई जिलों में शुरू भी हो गई है।

ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ पंचायत स्तर पर सत्यापन होगा वही शहरी क्षेत्रों में नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम के कार्यालयों , वार्डों में किया जाएगा। सत्यापन का मुख्य वजह राशन कार्ड की गड़बड़ियों को बताया जा रहा है। लेकिन इसके पीछे पलायन को रोकना भी बड़ा कारण माना जा रहा है। सत्यापन दल को दिए जाने वाले वेरिफिकेशन फार्म में मुख्य बिंदु पलायन करने वालों की ही जानकारी है। फार्म में स्पस्ट उल्लेख है कि यदि कोई परिवार राज्य से बाहर कमाने खाने बाहर गया है तो वह मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना से अपात्र हो जाएगा।

दूसरे राज्य पलायन करने वाले परिवारों की जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, व निकाय क्षेत्र में कर्मचारियों के मदद से जानकारी जुटाई जाएगी। सहायक खाद्य अधिकारी बीके ठाकुर ने बताया कि, सत्यापन निर्देश मिले है, लेकिन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है।  बहुत जल्द तैयारी कर सत्यापन की कार्यवाही शुरू जाएगी।

राजनंदगांव सहायक खाद्य अधिकारी बीके ठाकुर ने चर्चा के दौरान बताया कि दूसरे राज्यों में पलायन करने वाले परिवारों के आलावा ऐसे कार्ड धारी परिवार जिनके पास 5 एकड़ से अधिक जमीन होगा उनके भी राशन कार्ड निरस्त की जाएगी। वही मृत और शादी के बाद अन्य कार्ड शामिल हो जाने वाले लोगों के भी राशन कार्ड काटे जायेंगे। पूर्व में भी राशन कार्ड सत्यापन के दौरान ऐसे अपात्र कार्डों को निरस्त किया गया है। पलायन करने वालों के राशन कार्ड वेरिफिकेशन  के दौरान बिंदुओं पर भी जाँच की जाएगी। जाँच में अपात्र पाए जाने पर राशन  तत्काल निरस्त किए जाएंगे।

राज्य शासन  बीते खरीफ सीजन में बम्पर धान बेचने वाले किसानों की सूचि भी जारी कर दी है। यदि कोई किसान 5 एकड़ पर निर्धारित दर से अधिक धान बेचा होगा तो उसका भी राशन कार्ड रद्द की जाएगी। केंद्रीय सहकारी बैंक के माध्यम से प्राप्त सूचि अनुसार जिले के अंदर ऐसे 5500 किसानों की पहचान कर ली गई है। तय निर्धारित दर से ज्यादा धान बेचने वाले 5500 किसानों की राशन कार्ड सत्यापन होते ही तत्काल रद्द हो जाएगी।