बजट 2025 को लेकर पीएम मोदी ने दिए संकेत: विकसित भारत, महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास पर जोर

नई दिल्ली – भारत बजट सत्र 2025-26 के लिए तैयार है, और इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की प्राथमिकताओं पर महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। उनके बयान से स्पष्ट होता है कि यह बजट ऐतिहासिक और सुधार-केंद्रित होने वाला है।
1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट से पहले पीएम मोदी ने आर्थिक विकास, महिला सशक्तिकरण और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने विश्वास जताया कि यह बजट नए आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार करेगा और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ाएगा।
आर्थिक लक्ष्यों को मजबूत करेगा बजट 2025 पीएम मोदी ने मां लक्ष्मी का आह्वान करते हुए गरीबों और मध्यम वर्ग के कल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर महिला को सम्मान और समान अवसर देना है। उन्होंने कहा, "यह बजट सत्र 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सशक्त करेगा। यह नए आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार करेगा।" साथ ही, उन्होंने बताया कि संसद में कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी, जिससे देश की नीतियों और कानूनों को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
बजट 2025 का मुख्य फोकस: महिला सशक्तिकरण
इस बार के बजट का एक प्रमुख फोकस महिला सशक्तिकरण होगा। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार "नारी शक्ति के गौरव को पुनः स्थापित करने" के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करेगी कि महिलाओं को समान अधिकार और सम्मानपूर्ण जीवन मिले। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं भारत की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और बजट में महिला सशक्तिकरण से जुड़े कई अहम फैसले लिए जाएंगे।
विकसित भारत के मिशन मोड में सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार मिशन मोड में काम कर रही है और भारत के विकास को तेज गति से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आज के 20-25 साल के युवा आने वाले दशकों में सबसे बड़े लाभार्थी होंगे। "जब ये युवा **45-50 वर्ष की आयु तक पहुंचेंगे, तब वे गर्व से कह सकेंगे कि वे एक विकसित भारत में रह रहे हैं," उन्होंने कहा। उन्होंने भारत की आजादी के संघर्ष की तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह 1930-1942 के बीच युवाओं ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया, उसी तरह आज के युवा भी 25 वर्षों में भारत को समृद्ध और विकसित बनाने में योगदान देंगे।
नवाचार, समावेश और निवेश से होगा आर्थिक विकास
पीएम मोदी ने दोहराया कि भारत की आर्थिक रणनीति नवाचार (Innovation), समावेश (Inclusion) और निवेश (Investment) के इर्द-गिर्द केंद्रित रही है। सरकार संरचनात्मक सुधारों (Structural Reforms) और सार्वजनिक भागीदारी (Public Participation) को बढ़ावा दे रही है, जिससे आर्थिक प्रगति में तेजी आई है। बजट 2025-26 से मुख्य उम्मीदें:
आयकर में सुधार और आर्थिक नीतियों में बदलाव
बुनियादी ढांचे और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए अधिक निवेश
स्टार्टअप्स और उद्यमिता को समर्थन देने वाली नीतियां
नवाचार-आधारित विकास पर जोर
पीएम मोदी ने बजट 2025 को बताया ‘ऐतिहासिक’
पीएम मोदी ने इस बजट को ऐसा बजट बताया जो नया आत्मविश्वास और नई ऊर्जा देगा। उन्होंने कहा कि बजट 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की नींव रखेगा। "हम मिशन मोड में हैं, और इस सत्र में कई ऐतिहासिक विधायी फैसले लिए जाएंगे, जो भारत की आर्थिक और सामाजिक नींव को और मजबूत करेंगे," पीएम मोदी ने कहा।
पीएम मोदी ने विदेशी हस्तक्षेप पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार, पहली बार, बजट सत्र से पहले कोई विदेशी हस्तक्षेप या विवाद नहीं हुआ है। "2014 से अब तक हर बजट सत्र से पहले विदेशी शक्तियां भारत में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करती थीं। चाहे वह पेगासस विवाद हो, जॉर्ज सोरोस का हस्तक्षेप हो, या हिंडनबर्ग रिपोर्ट हो, कुछ न कुछ विवाद खड़ा किया जाता था," उन्होंने कहा। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस बार संसद में सकारात्मक चर्चा होगी और भारत के भविष्य को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
बजट 2025 से क्या उम्मीदें हैं?
जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रही हैं, देश को बड़े आर्थिक सुधारों, रणनीतिक निवेश और जनहितैषी नीतियों की उम्मीद है। महिला सशक्तिकरण, आर्थिक वृद्धि और दीर्घकालिक विकास पर केंद्रित यह बजट देश के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक दस्तावेज साबित होगा।