Pandit Pradeep Mishra: पितरों का स्मरण कर जो कार्य किए जाते हैं, वे हमेशा होते हैं फलदायी, पितृ पक्ष में शुभ काम करना चाहिए या नहीं… पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही ये बात
- Sanjay Sahu
- 21 Sep, 2024
Pandit Pradeep Mishra: पितरों का स्मरण कर जो कार्य किए जाते हैं, वे हमेशा होते हैं फलदायी, पितृ पक्ष में शुभ काम करना चाहिए या नहीं… पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही ये बात
Pandit Pradeep Mishra: धमतरी: कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि पितृ पक्ष के दौरान किसी भी सामग्री को खरीदने को लेकर जो धारणा है कि यह शुभ नहीं है, वह गलत है। पितरों का स्मरण कर जो भी कार्य किए जाते हैं, वे सदा फलदायी होते हैं।
Pandit Pradeep Mishra: छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक कथा आयोजन में उन्होंने कहा कि भजन-कीर्तन या अन्य किसी भी कार्य को हृदय से और विश्वास के साथ करने पर जीवन में सुख मिलेगा।
Pandit Pradeep Mishra: पंडित मिश्रा ने यह भी कहा कि कपड़ों को जिस तरह रोज झटककर पहना जाता है, उसी प्रकार मन को भी अहंकार और अभिमान से झटक देना चाहिए। जितना अधिक अहंकार रहेगा, परमात्मा उतना ही दूर होता जाएगा।
Pandit Pradeep Mishra: उन्होंने बताया कि लोग इस भ्रम में रहते हैं कि यदि मंदिर में भगवान शंकर को कुछ नहीं चढ़ाएंगे तो वे रुष्ट हो जाएंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि भगवान कभी रुष्ट नहीं होते। भलेपत्र और जल चढ़ाने से या न चढ़ाने से भगवान की कृपा पर कोई असर नहीं पड़ता।
Pandit Pradeep Mishra: शिव का सच्चा स्मरण करने और भजन करने से भगवान मिलते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर के मंदिर में संकोच से न जाएं। भोलेनाथ जब चाहें, तब कृपा करें।
Pandit Pradeep Mishra: पंडित मिश्रा ने मदिरा और पराई स्त्री से दूर रहने की भी सलाह दी। उनका कहना था कि मदिरा और पराई स्त्री केवल नाश ही करती हैं। नशे में लिप्त व्यक्ति और उसके परिवार को सम्मान नहीं मिलता।
Pandit Pradeep Mishra: उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भोलेनाथ ने कभी नशा नहीं किया। कहा जाता है कि वे भांग पीते हैं, लेकिन शिवपुराण सहित किसी भी शास्त्र में इसका उल्लेख नहीं है। वास्तव में, भगवान शंकर तो केवल भगवान राम और कृष्ण के नशे में डूबे थे। उन्होंने राज्य शासन और पुलिस-प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियानों की सराहना की।