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शिक्षक थप्पड़ कांड में नया मोड़,अंजनी मिश्रा ने SP-कलेक्टर को बताई ये सच्चाई, अगर मेरे परिवार को कुछ भी होता हैं तो विमल कुमार झा होंगे जिम्मेदार…DGM पद का गर्मी या कुछ और!…पढ़िए…

 

रायपुर/बलौदाबाजार। जिले में हुए शिक्षक थप्पड़ कांड में नया मोड़ आ गया है। अंजनी मिश्रा ने पूरे मामले को लेकर एसपी-कलेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर मेरे परिवार को कुछ भी होता हैं तो विमल कुमार झा जिम्मेदार होंगे।

दरअसल अंबुजा स्कूल के शिक्षक के थप्पड़ से छात्र के कान का पर्दा फटने की हुई घटना के बाद पीड़ित व शिक्षक पक्ष के बीच विवाद गहराता जा रहा है। अंबुजा कॉलोनी निवासी अंजनी मिश्रा ने पत्र के माध्यम से आरोप लगाते हुए कहा कि छात्र के पिता विमल झा द्वारा सोशल मीडिया में लगातार पोस्ट डालकर शाला एवं स्कूल की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि 13 अक्टूबर को अंबुजा स्कूल में अंग्रेजी के टीचर द्वारा दसवीं के छात्र निशांत झा को कान में पड़े थप्पड़ से कान का पर्दा फट गया था।

-कमलेश मिश्रा की पत्नी ने पूरे घटनाक्रम को लेकर कही ये बात

कमलेश मिश्रा की पत्नी अंजनी मिश्रा ने पत्र के माध्यम से इस पूरे घटना की सच्चाई बताई। उनका कहना है 4-5 छात्र एक छात्र को पीट रहे थे। शिकायत मिलने पर शिक्षक ने छुड़ाने का प्रयास किया। तभी बगल वाली कक्षा से मेरे पति कमलेश मिश्रा बगल से गुजर रहे थे तो उनको बुलाया। पूछताछ के दौरान 3 विद्यार्थियों ने अपनी गलती मानी पर निशांत झा ने अपनी गलती नहीं मानी और शिक्षक के साथ बत्तमीजी की फिर मैंने कुछ नहीं किया है। आप सीसीटीवी चेक कर लीजिए। कमलेश मिश्रा ने तुरंत सीसीटीवी चेक किया और पाया की निशांत झा बच्चे को पीट रहे हैं। तब सर ने से कहते हुए हाथ उठाया की गलती भी किए हो और शिक्षक से झूठ बोल रहे हो। पीठ में मारने की मंशा से हाथ उठाए पर बच्चा घूम गया तो, गलती से कान में लग गई।

-इस घटना को लेकर अभिभावक को भी दी थी जानकारी

बच्चे को जिम्मेदारी के तहत अंबुजा स्थित अस्पताल लाया गया। बच्चे ने सामान्य कान दर्द की शिकायत बताई। डॉक्टर ने दवा दे दी । तकलीफ होने पर बच्चे को आने के लिए कहा। बच्चे ने दवा खा कर पूरी कक्षाएं में उपस्थित रहा। एक कक्षा के बाद बच्चे से उसका हाल पूछा गया, तो बच्चे ने कहा दर्द ठीक है। बच्चे से पूछा भी गया क्या आप घर जाना चाहते है, तो बच्चे ने मना कर दिया कि मैं अभी ठीक है। लगातार कक्षाएं होने के कारण कमलेश मिश्रा ने उसी दिन 2:30 पर बचे अभिभावक को जानकारी दी। जिस पर बच्चे के पिता ने कहा कि मेरी प्राचार्य से बात हो गई है। उसी दिन हमें पता चला कि निशांत झा के पिता विमल झा बच्चे को नाक, कान, गला डॉक्टर के पास ले जाने की बजाय पुलिस थाना, डीईओ कार्यालय, एसपी कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत करने गए। जो कि अपने बच्चे के प्रति उनका असंवेदनशीलता एवं स्वयं की हठधर्मिता को दर्शाता है। संभवत: ईएनटी डॉक्टर को उसी दिन दिखा दिए होते तो बेहतर होता।

मांफी मांगने के बाद भी, अपनी बात पर अड़े रहे विमल झा

वहीं 15 अक्टूबर को दोपहर में विमल झा अपनी पत्नी सहित विद्यालय आए एवं कमलेश मिश्रा पर एफआईआर करने, नौकरी से निकलने और पूरे इलाज का खर्च वहन करने की मांग की। कमलेश मिश्रा ने माफी मांगी और खर्च वहन करने को भी राजी हो गए। स्कूल प्रशासन ने कमलेश मिश्रा को तुरंत सस्पेंड करके जांच के आदेश दिए एवं कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कमलेश मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। लेकिन विमल कुमार झा अपनी बात पर अड़े रहे।

-विमल कुमार झा ने भविष्य बिगाड़ देने की दी धमकी

इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से मिलने की इच्छा व्यक्त की, प्रबंधन ने भी विमल झा को यह लिखित में दिया कि जांच की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्यवाही की जायेगी एवं बच्चे के इलाज का खर्च वहन किया जाएगा। विमल कुमार झा ने वादा किया था, अब इस घटना की शिकायत अन्य किसी भी फोरम में नहीं करेंगे। परंतु अगले ही दिन से विमल झा ने इस घटना का दुष्प्रचार बढ़ा चढ़ा कर विभिन्न मीडिया समूह, व्हाट्सअप ग्रुप के द्वारा शुरू कर दिया जो कि लगातार चलता रहा एवं अभी तक चल रहा है। मेरे पति एवं परिवार को अलग अलग जगह से धमकियां मिल रही हैं और कहा जा रहा है कि आप खुद
रिजाइन कर दे नहीं तो आपका भविष्य बिगाड़ देंगे।

– विमल कुमार झा श्री सीमेंट में डीजीएम के पद पर हैं कार्यरत

विमल कुमार झा श्री सीमेंट में डीजीएम के पद पर कार्यरत है। वे अपने पद और पैसों का दुरुपयोग कर चारों तरफ हमको बदनाम कर रहे है। जिससे मेरा परिवार एवं बच्चे मानसिक रूप से परेशान हो चुके है। विद्यालय अनुशासन कमेटी टीम में होने के कारण कमलेश मिश्रा भी अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे। किसी भी बच्चे को नुकसान पहुंचाना उनका उद्देश्य नहीं था। मेरे हिसाब से शिक्षक का कर्तव्य स्कूल में शांति व्यवस्था बनाए रखना। लेकिन विमल कुमार झा बदले की भावना से अवांछित कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। प्राचार्य और स्कूल प्रबंधन न्याय प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्यवाही कर रहें है। परंतु कार्यवाही का इंतजार न करते हुए विमल झा स्कूल प्रबंधन को ही कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।

-गलत खबर छपवाने का लगाया आरोप

मेरा बेटा 11 कक्षा में और बेटी 9 कक्षा में है। उपर्युक्त सभी कारणों से मानसिक रूप से तनाव में है। स्कूल जाने में आना-कानी कर रहे हैं। और हमेशा गुम सुम से रहने लगे है। मेरे ससुर सत्यदेव मिश्रा जो बिस्तर से गिरने के कारण घुटने में चोट आई। वे 75 वर्ष के है। वे अकेले बिलासपुर में रहते हैं। मेरे पति -पिता जी के पास बिलासपुर में देख रेख के लिए गए थे। क्योंकि वे इकलौते पुत्र है। हर किसी को जानकारी थी की वे बिलासपुर में है। फिर भी समाचार में ये छपवाया गया है कि मेरे पति फरार है।

फोन पर बार बार धमकियां सुनकर वे परेशान होकर फोन बंद कर दिया था। जांच पूर्ण होने के पहले ही 23 अक्टूबर को भी विमल कुमार झा ने एफआईआर कर दिया । मैं खुद उनसे माफी मांगने उनके निवास पर गई पर उन्होंने उल्टे मुझे ही धमकी दी कि मैं आपके परिवार का भविष्य बिगाड़ दूंगा। पूरे परिवार की जिम्मेदारी मुझ पर आ गई है। मैं खुद भी शुगर, थायराइड की मरीज हूं।

 

 

-मानसिक प्रताड़ना से गुजर रही हूं: अंजनी मिश्रा

मानसिक प्रताड़ना से गुजर रही हूं। मेरे पति द्वारा जो हुआ अंजाने में हुआ लेकिन विमल झा अब हमारे साथ जो कर रहें है वो बदले की भावना से कर रहे हैं। क्योंकि मीडिया द्वारा और अन्य साधनों से वे लगातार मेरे परिवार को बदनामी करते हुए धमका रहें हैं। उन्होंने पत्र के माध्यम से एपसी कलेक्टर से कहा कि अगर मेरे परिवार में मेरे अस्वथ ससुर या बच्चों के साथ कुछ भी अप्रिय घटना घटित होती है तो इसके पूर्ण जिम्मेदार विमल कुमार झा होंगे।