नक्सल मुठभेड़ अपडेट: दो शहीद जवानों के शवों को लाया गया, बालोद और बलौदाबाजार में शोक की लहर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए, जबकि 31 वर्दीधारी नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। यह मुठभेड़ 9 फरवरी की सुबह बीजापुर के मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर क्षेत्र के जंगलों में शुरू हुई थी और दिनभर रुक-रुक कर जारी रही।
मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों में DRG हेड कांस्टेबल नरेश कुमार ध्रुव (बालोदाबाजार) और STF कांस्टेबल वासित रावटे (बालोद) शामिल हैं। दोनों शहीद जवानों के शव बीजापुर जिला अस्पताल लाए गए, जहां मर्चुरी में उन्हें रखा गया है और डॉक्टर्स की टीम तथा पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
शहीद जवानों की जानकारी:
1. प्रधान आरक्षक नरेश कुमार ध्रुव - पदनाम: प्रधान आरक्षक / 836 - जन्मतिथि: 19 सितंबर 1982 - भर्ती दिनांक: 23 मई 2007 - शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025 - स्थायी पता: गुर्रा, जिला बालोदाबाजार 2.
आरक्षक वसित कुमार रावटे - पदनाम: आरक्षक / 1688 - जन्मतिथि: 26 अक्टूबर 1991 - भर्ती दिनांक: 12 अप्रैल 2016 - शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025 - स्थायी पता: फागुनदाह, डौंडी, जिला बालोद
बीजापुर के मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर क्षेत्र में DRG, STF और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद, 9 फरवरी को सुबह 8 बजे सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई, जो करीब शाम 3-4 बजे तक चली। मुठभेड़ के बाद, 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जिनमें 11 महिला नक्सली भी शामिल हैं। मौके से भारी मात्रा में हथियारों और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
घायल जवानों का इलाज: मुठभेड़ में घायल हुए DRG कांस्टेबल जग्गू कलमू और STF कांस्टेबल गुलाब मंडावी को भारतीय वायु सेना (IAF) की मदद से एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया। दोनों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पिछले 40 दिनों में 65 नक्सली ढेर: बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, सुंदरराज पी. ने बताया कि पिछले 40 दिनों में सुरक्षा बलों ने 65 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर किया है। उन्होंने कहा, "सुरक्षा बलों द्वारा बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए लगातार समर्पण के साथ कार्य किया जा रहा है, और शहीद जवानों का बलिदान हमारे संकल्प को और भी मजबूत बनाएगा।"