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Municipal Corporation Birgaon: अपने चहेते को लाभ पहुंचाने 0-0 में बांट दिए सफाई का टेंडर!, नगर पालिका निगम बीरगांव का मामला

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Municipal Corporation Birgaon: अपने चहेते को लाभ पहुंचाने 0-0 में बांट दिए सफाई का टेंडर!, नगर पालिका निगम बीरगांव का मामला

Municipal Corporation Birgaon: अपने चहेते को लाभ पहुंचाने 0-0 में बांट दिए सफाई का टेंडर!, नगर पालिका निगम बीरगांव का मामला, पहले चार बार किया निरस्त, फिर....डिप्टी सीएम से शिकायत की तैयारी...पढ़िए कैसे हुआ खेला...!

Municipal Corporation Birgaon: रायपुर: नगर पालिका निगम बीरगांव में सफाई टेंडर को लेकर बड़ा कारनामा उजागर हुआ है। यहां के बैठे जिम्मेदार अधिकारियों ने एक बार नहीं चार बार टेंडर निरस्त कर दिया गया। इसके बाद 5वां काल में सफाई का टेंडर ओपन हुआ। जब 5वां काल में सफाई का टेंडर ओपन हुआ तो चौकाने वाले मामले सामने आए। हालांकि जिनके नाम की टेंडर नहीं मिला है वे नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से शिकायत करने की तैयारी में हैं। 


Municipal Corporation Birgaon: -0-0 वाले को बांट दिए सफाई का टेंडर


Municipal Corporation Birgaon:यहां तो गजब हो गया कि 0..0 प्रतिशत निविदा भरने वाले ठेकेदारों को सफाई का टेंडर अलॉट कर दिया गया। जबकि जानकारों का कहना है कि अगर 0.0 प्रतिशत वाले निविदा में भाग लिए है तो उन्हें टेंडर नहीं मिल सकता है, लेकिन यहां तो 0.0 वाले 5 लोगों को टेंडर जारी कर दिया गया है। वहीं डिपाजिट के रूप में 8 प्रतिशत तक पैसा जमा कराया जा रहा है, जबकि नियम की माने तो 3 प्रतिशत ही जमा कराना होता है। बता दें कि नगर पालिका बीरगांव सीमा अंतर्गत वर्ष 2024-25 में सड़क नाली सफाई के लिए ठेकेदारों से ई टेंडरिंग के माध्यम से निविदा आमंत्रित किए गए थे। 

Municipal Corporation Birgaon:-नियम विरुद्ध बांट दिए गए सफाई ठेकेदारों को टेंडर...

Municipal Corporation Birgaon:जानकारी के अनुसार दिसंबर में सफाई का पहला टेंडर जारी हुआ। उसके बाद फरवरी में तीसरा टेंडर उसके बाद आचार संहिता लग गया था। चौथे बार जब टेंडर हुआ तो 0-0 है कहकर टेंडर निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद जुलाई में 5 वां टेंडर फिर हुआ, लेकिन 0-0 वाले को टेंडर बांट दिया गया। जब ऐसे ही करना था तो चौथे कॉल में ही टेंडर क्यों नहीं बांटा गया। इस तरह से 0-0 में टेंडर जारी करना कई तरह के सवाल को जन्म दे रहा है। अगर इसकी जांच हुई तो कई जिम्मेदारी अधिकारी नप सकते हैं। 





Municipal Corporation Birgaon:-क्या बोले-कार्यापालन अभियंता धन्नू देवांगन 


Municipal Corporation Birgaon:जब इस संबंध में कार्यापालन अभियंता धन्नू देवांगन से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि पहले, दूसरे और तीसरे में कोई भी ठेकेदारों ने निविदा में भाग नहीं लेने के कारण टेंडर निरस्त करना पड़ा । जब उनसे सवाल किया गया चौथा टेंडर क्यों निरस्त किया गया तो उन्होंने कहा कि 0-0 प्रतिशत आवेदन किए थे इस कारण चौथा कॉल भी निरस्त किया गया। जब पांवची बार टेंडर हुआ तो 5 लोगों को कैसे 0-0 में टेंडर स्वीकृति दिया गया। 

Municipal Corporation Birgaon:इस सवाल के जवाब में कहा गया कि अगर ऐसे नहीं करते तो फिर निरस्त करना पड़ता। अब यह सवाल उठता है कि जब चौथे कॉल में 0.-0 के नाम से टेंडर निरस्त करना पड़ा तो पांचवे कॉल में 0-0 वाले को टेंडर कैंसे जारी कर दिया गया। उन्हें तो चौथे कॉल में ही टेंडर ओपन कर देना था जब 0-0 वाले को टेंडर वाले को टेंडर देना था। पांचवें कॉल की उन्हें फिर से निविदा छपवाने की जरूरत ही नहीं पड़ती। बार-बार टेंडर निरस्त करने के कारण बार-बार निविदा छपवाना पड़ा और विभाग को राजस्व की भी हानि हुई। 


Municipal Corporation Birgaon:-0-0 में टेंडर भरने वालों से 8 प्रतिशत की राशि कराई जा रही जमा


Municipal Corporation Birgaon:0-0 में टेंडर भरने वालों से 8 प्रतिशत की राशि ले रहे हैं, जबकि नियम में 3 प्रतिशत तक लेना होता है। ऐसे में कई तरह के सवाल सुलग रहे हैं। सूत्रो का माने तो अपने चहेते को लाभ पहुंचाने के लिए चार बार टेंडर निरस्त किया गया और पांचवें कॉल में मनमानी तरीके से टेंडर 0-0 मेें बांट दिया गया। 


Municipal Corporation Birgaon:-सिर्फ एक ठेकेदर ने जमा किया है सिक्योरिटी राशि 


Municipal Corporation Birgaon:सफाई टेंडर में भाग लेने वाले माात्र एक ठेकेदार ने सिक्योरिटी की राशि जमा कराई है, जबकि अभी तक कई लोग जमा नहीं कराए है। गजब कि बात यह है कि पांचवां कॉल टेंडर को ओपन हुए करीब 2 महीने से अधिक हो गया है, लेकिन अभी तक कई ठेकेदारों का एग्रीमेंट नहीं हुआ है और न ही कई ठेकेदारों ने सिक्योरिटी की राशि जमा कराई है। 


Municipal Corporation Birgaon:-कौन से नियम के तहत बांट दिए गए 0-0 में टेंडर 


Municipal Corporation Birgaon:अब इस पूरे मामले को लेकर बड़ा सवाल सुलग रहा है कि कौन से नियम के तहत 0-0 प्रतिशत में टेंडर बांटा गया है। जब 0-0 प्रतिशत   में टेंडर के लिए आवेदन किया गया था तो चौथे कॉल में क्यों निरस्त किया गया और पांचवें कॉल में फिर 0-0 आवेदन करने वालों को कैसे टेंडर जारी कर दिया। इस तरह के कई सवाल सुलग रहे हैं। वहीं कौन से नियम के तहत 0-0 वाले को 8 प्रतिशत डिपॉजिट जमा करवाया जा रहा है, क्या नियम है या नियम अलग से बनाया गया है। एक और सवाल जो लोग चौथे कॉल में भाग लिए थे वहीं लोग  ही पांचवे टेंडर में हिस्सा लिए थे। 



Municipal Corporation Birgaon:-पहले-दूसरे और तीसरे में क्या किसी ने नहीं भरा था टेंडर?



Municipal Corporation Birgaon:सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि टेंडर की अवधि खत्म होने के बाद  फिर से टेंडर ओपन होता है, लेकिन यहां तो जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि पहले, दूसरे और तीसरे टेंडर में किसी भी ठेकेदारों ने भाग नहीं लिया था इसलिए निरस्त करना पड़ा। क्या ऐसा संभव हो सकता है? यह बड़ा सवाल सुलग रहे हैं। 


Municipal Corporation Birgaon:-नगर पालिका निगम कमिश्नर ने फोन रिसिव नहीं किया 


Municipal Corporation Birgaon:इस संबंध में हमारे संवाददाता ने नगर पालिका निगम कमिश्नर बृजेश सिंह क्षत्रिय को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने कोई रिस्पान्स नहीं।

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