Breaking News
Create your Account
यूजी पीजी में लाखों सीटे खाली, अब ऑफलाइन प्रक्रिया से विभाग को सीटे भरने की उम्मीद
भोपाल। उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी-पीजी कोर्स की पांच लाख से अधिक सीटों को भरने के लिए सीएलसी का चौथा राउंड शुरू किया है। यह राउंड गुरुवार से शुरू होना था, लेकिन प्रवेश के लिए स्पष्ट गाइडलाइन न होने के कारण पहले दिन विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं मिल सका। कॉलेजों में प्रवेश लेने पहुंचे छात्रों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। कॉलेज प्राचार्यों के अनुसार एडमिशन के लिए उच्च शिक्षा विभाग का पोर्टल तक ओपन नहीं हुआ।
विभाग ने इस राउंड में कॉलेजों को ऑफलाइन प्रवेश के आदेश दिए थे। आदेश के अनुसार कॉलेजों को खाली सीटों पर प्रवेश देने से पहले अग्रणी कॉलेज के प्राचार्य के माध्यम से संबंधित अतिरिक्त संचालक से अनुमति लेना जरूरी था। ्रकॉलेज प्राचार्यों ने बताया कि पिछले वर्ष तक कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) में पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर कॉलेज प्रवेश देते थे। लेकिन इस साल कोई स्पष्ट गाइड लाइन न होने के कारण प्रवेश शुरू नहीं हो सके। यहां तक कि प्रवेश के लिए उच्च शिक्षा विभाग का पोर्टल तक ओपन नहीं हुआ।
बता दें कि मंगलवार को विभाग ने ऑनलाइन प्रवेश का शेड्यूल जारी किया था, लेकिन बुधवार को विभाग ने इसमें संसोधन करते हुए ऑफलाइन प्रवेश के आदेश कॉलेजों को दिए थे। यह प्रवेश 31 अगस्त तक होना है।विभाग ने आदेश अनुसार इस राउंड में किसी भी कॉलेजों को किसी भी विषय की सीटें बढ़ाने के अधिकार नहीं होगा। छात्र कॉलेजों में विषय के अनुसार खाली सीटों के आधार पर ही प्रवेश ले सकेंगे। छात्र चाहें तो विषय में बदलाव कर सकते हैं।
Related Posts
More News:
- 1. CG NEWS: यूनिवर्सिटी में आधी रात अर्धनग्न प्रदर्शन, भेदभाव व प्रताड़ना का लगाया आरोप, FIR की मांग, सांसद-मंत्री को लिखा पत्र
- 2. CG News: छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाई देने का संकल्प: डॉ. रोहित यादव, पदभार संभालते ही बोले-अब होगी क्वालिटी ऑफ पॉवर की बात
- 3. Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने मार गिराए 2 आतंकी
- 4. Raas Garba 2024 Day 2 Live: "Pankhida tu ud ke aana... Mahakali se garba khelenge..." Lalit Mahal Hotel filled with devotion as devotees participated on second day of largest Raas Garba in Central India. The atmosphere was so vibrant that devotees continued to dance even outside pandal
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Popular post
Latest post
You may also like
Subscribe Here
Enter your email address to subscribe to this website and receive notifications of new posts by email.