भोपाल में उत्साह से मना स्वतंत्रता दिवस, सीएम ने ध्वजारोहण कर ली परेड की सलामी, 17 टुकड़िया हुई शामिल
- Ved B
- 16 Aug, 2024
समारोह में वीरता पदकों का वितरण किया गया। राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा को वीरता पदक दिया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बीजेपी कार्यालय और ऐतिहासिक शौर्य स्मारक पर भी झंडा वंदन किया।
भोपाल। राजधानी भोपाल में 78 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। शहर भर में स्वतंत्रता दिवस को लेकर देशभक्ति के तराने देखने को मिल रहे हैं। उसी क्रम में आज सुबह राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम स्थित लाल परेड ग्राउंड पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम में झंडा वंदन कर परेड की सलामी ली,जिसमें 17 टुकड़ियां शामिल थीं।सुसज्जित रथ पर सवार होकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने परेड का निरीक्षण किया। साथ में डीजीपी सुधीर सक्सेना रहे। परेड के बाद हर्ष फायर किया गया।
समारोह में वीरता पदकों का वितरण किया गया। राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा को वीरता पदक दिया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बीजेपी कार्यालय और ऐतिहासिक शौर्य स्मारक पर भी झंडा वंदन किया। जबकि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी,विधानसभा परिसर में प्रमुख सचिव एपी सिंह,नगर निगम के आईएसबीटी कार्यालय में मेयर मालती राय,माता मंदिर कार्यालय पर अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी सहित डीआरएम कार्यालय और भोपाल के सभी निजी और शासकीय दफ्तरों में आजादी की वर्षगांठ झंडा वंदन कर धूमधाम के साथ मनाई गई।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ। यह दिन उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रभक्तों को याद करने का एक पावन अवसर है, जिन्होंने भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान कुर्बान की। हमारी सरकार नागरिकों के विकास और सामाजिक सद्भाव में भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि गरीबों के कल्याण की योजनाएं अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें और प्रशासन जनोन्मुखी हो। हमारी सरकार इस दिशा में काम करने के लिए कटिबद्ध है।
मुख्य कार्यक्रम में सीएम के संबोधन के मुख्य अंश
मप्र में भी एक नवंबर से युवा शक्ति, गरीब कल्याण, किसान कल्याण और नारी सशक्तिकरण मिशन लागू किया जा रहा है। मप्र सरकार का लक्ष्य है कि प्रशासन जनोन्मुखी हो। नागरिक विकाासऔर सामाजिक सद्भाव में साझेदार बने। गरीबों के कल्याण की योजनाएं राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। इस तरह की व्यवस्था बनाने के लिए मप्र सरकार कटिबद्ध है। मप्र का बजट अगले 5 वर्ष में दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में सरकार काम भी कर रही है। मध्य प्रदेश केंद्र सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण में निरंतर विकास लक्ष्य हासिल करने वाले तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्य में शामिल हैं। केंद्र सरकार ने अपने आर्थिक सर्वेक्षण में इंदौर शहर के बायो सीएनजी संयंत्र का उल्लेख किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं दिलाने के लिए कृतसंकल्प है। मध्य प्रदेश कानून व्यस्था की स्थिति बेहतर बनाने के लिए 627 पुलिस थानों की सीमाओं को फिर से तय किया गया है। मध्य प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से 60 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयां लगाई जा रही हैं। इनके माध्यम से 17 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। खजुराहो में देश का पहला पारंपरिक कला गुरुकुल आरंभ किया जाएगा। राज्य के श्रमिकों को ई स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपये दिए जाएंगे। तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहन के लिए प्रदेश में डिजिटल विवि आरंभ किए जाएंगे। पशु आहार योजना पर 250 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। प्रदेश में पांच हजार किमी लंबी सड़कें बनाई जाएंगी। सड़कों का नवीनीकरण भी किया जाएगा।