भोपाल में डॉक्टर दंपति को साइबर ठगों ने रखा 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट, 10.60 लाख ठगे
भोपाल। भोपाल के अवधपुरी इलाके में डॉक्टर दंपति को डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। सीबीआई अफसर बनकर जालसाज ने 48 घंटे तक उन्हें बंधक बनाया। वॉशरूम जाने के लिए भी परमीशन लेनी पड़ी। मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी देकर जालसाजों ने 10.50 लाख रुपए ऐंठ लिए। मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र से की गई। उन्होंने तुरंत एक टीम दंपति के घर पहुंचकर रेस्क्यू किया। इस बीच फर्जी अफसर की असली पुलिस से तीखी नोक-झोंक भी हुई।
इसके बाद जालसाज ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। पुलिस के मुताबिक, रागिनी मिश्रा (65) और उनके पति महेशचउंद्र मिश्रा (67) रीगल पैराडाइज फेस-टू अवधपुरी में सातवें फ्लोर पर रहते हैं। दोनों डॉक्टर हैं और कानपुर में पदस्थ रहे हैं। बीते चार सालों से भोपाल न में रह रहे हैं। महिला को आरोपियों पर शक हुआ। आरोपियों को बातों में उलझाकर बहाने से पति को दूसरे कमरे में भेजा। पति ने इस बीच पुलिस कमिश्रनर हरिनारायणाचारी मिश्र को कॉल किया। पुलिस कमिश्नर ने एसीपी दीपक नायक को कॉल कर दंपति को रेस्क्यू कराने की बात कही। तब पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंची। एसीपी ने बताया कि वह दंपति के घर पहुंचे। महिला की वीडियो कॉल पर बात चल रही थी।
वह भी बीच में आ गए। वर्दी में देख जालसाज ने कहा हमारे काम में दखल न दें। फर्जी अफसर और दीपक के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। करीब 12 मिनट तक जालसाज दीपक को बरगलाता रहा। इधर, दीपक उसकी लोकेशन भी खंगाल रहे थे। लेकिन जब जालसाज को लगा कि अब बात नहीं बनेगी तो उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। इसके बाद मोबाइल बंद कर लिया। एसीपी ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज की है। दंपती को रेस्क्यू कर लिया गया है। आईपी एड्रेस को ट्रेस कर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। जिन खातों में रकम को ट्रांसफर की गई है, उन्हें फ्रीज कराया जा रहा है।