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मैं समंदर हूं, लौटकर आऊंगा..और आ गया, जानें कैसे..कल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे देवेंद्र फडणवीस,देखें वीडियो

Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में बीजेपी को मिली बड़ी जीत के बाद अब देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की

Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में बीजेपी को मिली बड़ी जीत के बाद अब देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की

 नई दिल्ली/मुंबई। Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में बीजेपी को मिली बड़ी जीत के बाद अब देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को तीसरी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस बार की जीत के पीछे संघ परिवार की पसंद के साथ-साथ फडणवीस के राजनीतिक कौशल को भी को दिया जा रहा है। फडणवीस पहले भी 2014 से 2019 तक बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री रहे हैं और इस दौरान उन्होंने राज्य की राजनीति में अपनी छाप छोड़ी। तब उनके नेतृत्व में बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है।


Devendra Fadnavis: आरएसएस के प्रचारक और जनसंघ के नेता थे पिता गंगाधर राव


Devendra Fadnavis: देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक सफर उनके परिवार से ही शुरू हुआ। उनके पिता, गंगाधर राव, आरएसएस के प्रचारक और जनसंघ के नेता थे। उनके परिवार का राजनीति से गहरा नाता था, और यही कारण था कि फडणवीस बचपन से ही राजनीति में रुचि रखते थे। उनके बारे में कहा जाता है कि जब 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल घोषित किया, तो उनके पिता को इस विरोध में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद फडणवीस ने इंदिरा कान्वेंट स्कूल से अपनी पढ़ाई बंद कर दी और सरस्वती विद्यालय में दाखिला लिया। यह घटनाएं उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


Devendra Fadnavis: 27 साल की उम्र में बने नागपुर के सबसे युवा मेयर


Devendra Fadnavis: फडणवीस का राजनीतिक जीवन बहुत ही तेजी से आगे बढ़ा। कॉलेज के दिनों में ही उन्होंने बीजेपी संगठन से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। 22 साल की उम्र में वे नागपुर के पार्षद बने और महज 27 साल की उम्र में 1997 में नागपुर के सबसे युवा मेयर बने। यह उनके राजनीतिक सफर का महत्वपूर्ण मोड़ था। इसके बाद, 1999 में उन्होंने पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाग लिया और जीत हासिल की। अपनी मेहनत और संघर्ष से उन्होंने बहुत कम समय में बीजेपी के बड़े चेहरे के रूप में अपनी पहचान बनाई।




Devendra Fadnavis: प्रदेश अध्यक्ष के बाद 2014 में बने

मुख्यमंत्री फडणवीस की राजनीतिक सफलता ने उन्हें पार्टी में और भी ऊंचे पदों तक पहुंचाया। 2013 में बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया, जहां उन्होंने पार्टी संगठन को और मजबूत किया। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने 2014 के विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की और फडणवीस मुख्यमंत्री बने।


Devendra Fadnavis: फडणवीस का पहला कार्यकाल महाराष्ट्र की जटिल राजनीति को संभालने के लिहाज से महत्वपूर्ण था। उन्होंने अपने धैर्य और समझदारी से राज्य की विभिन्न चुनौतियों का सामना किया। उनका प्रशासनिक कौशल और नेतृत्व क्षमता राज्य में बीजेपी के प्रभाव को मजबूत करने में सफल रहा।


Devendra Fadnavis: एक हैं तो सेफ से एकजुट हुए हिंदू मतदाता इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान फडणवीस ने अपनी रणनीति में एक नया मोड़ दिया। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं के साथ मिलकर राज्य के हिंदू मतदाताओं को एकजुट किया। उन्होंने वोट जिहाद के खिलाफ वोट धर्म युद्ध की बात की और जनता से इसका मुकाबला करने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे एक हैं तो सेफ हैं को महाराष्ट्र के हर कोने में फैलाया, जो इस बार के चुनाव प्रचार में एक महत्वपूर्ण विषय बना।


Devendra Fadnavis: 2024 की जीत में फडणवीस का बड़ा रोल


देवेंद्र फडणवीस की रणनीति और नेतृत्व ही बीजेपी को महाराष्ट्र में विजय दिलाने में सफल रहा। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने राज्य में एक बार फिर सत्ता हासिल की और फडणवीस को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। उनकी मेहनत, संघर्ष और राजनीतिक समझ ने उन्हें राज्य की राजनीति में एक अहम नेता बना दिया है, जो न केवल पार्टी बल्कि राज्य के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हुआ है। अब देवेंद्र फडणवीस दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र का भविष्य किस दिशा में जाता है।




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