माघी पूर्णिमा पर त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, मुख्यमंत्री योगी खुद कर रहे मॉनिटरिंग

माघी पूर्णिमा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ त्रिवेणी संगम पर पहुंच रही है। शास्त्रों के अनुसार, कल्पवासी माघ पूर्णिमा के दिन संगम स्नान कर व्रत रखते हैं और इसके बाद अपने कुटीरों में सत्यनारायण कथा सुनने और हवन पूजन करने का विधान है।
यातायात के कड़े नियम
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण प्रयागराज आने वाले रास्तों पर यातायात को लेकर कड़े नियम लागू किए गए हैं। मंगलवार शाम तक लगभग 45 करोड़ लोग त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार, माघ मास के दौरान संगम तट पर कल्पवास करने से सहस्त्र वर्षों के तप का फल मिलता है।
कल्पवास का पारण
12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन कल्पवास की समाप्ति होगी। सभी कल्पवासी विधिपूर्वक पूर्णिमा तिथि पर पवित्र संगम में स्नान कर अपने व्रत का पारण करेंगे। अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि "आज माघी पूर्णिमा का स्नान है और इस बार मेले में अप्रत्याशित भीड़ आई है। स्नान का कार्य जारी है और सभी तैयारियां पूरी की गई हैं।"
मुख्यमंत्री की निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा स्नान की निगरानी सुबह से ही की है। उन्होंने श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि भगवान श्री हरि की कृपा से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास हो।
सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था
महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। 133 एंबुलेंस को तैनात किया गया है, जिसमें 125 सामान्य एंबुलेंस, सात रिवर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस शामिल है। इसके अलावा, शहर के चारों ओर अस्थायी बस स्टेशनों में रोडवेज की बसों का बेड़ा तैयार है, और 750 शटल बसें श्रद्धालुओं को महाकुंभ के नजदीकी स्थानों तक पहुंचाने के लिए उपलब्ध हैं।
परिवहन राज्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। इस प्रकार, माघी पूर्णिमा पर त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के बीच महाकुंभ का आयोजन धूमधाम से जारी है।