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शासन प्रशासन गाय तस्करी रोकने में नाकम ,फल फूल रहा है स्थानीय दलाल, देखें वीडियो

 

पखांजुर/बिप्लब कुण्डू: लगातार हिन्दू धर्म को शर्मशार कर देने वाली घटना गाय तस्करी पखांजूर अंचल में फल-फुल रहा हैं जिसे लेकर स्थानीय शासन-प्रशासन सजग नही हैं रात के 12 बजे पखांजूर मुख्यालय से सटा हुआ सोह्गावं पेट्रोल पंम्प के सामने से गाय तस्कर यह कु-कृत्य को अंजाम दे रहे हैं इससे अंदाजा लगा सकते हैं की जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी कितने सजग हैं यह गाय तस्करी पिछले कई वर्षो से निरंतर पखांजूर सहित आस-पास के क्षेत्र में फल-फुल रहे हैं बेस कीमती दुधारू गाय,बछरा,हल जोतने बाले बैलो को यह दलाल महाराष्ट्र में ले जाकर इसे क़त्ल खाने भेजते हैं इस कृत्य में अंचल के कुछ दलाल काफी सक्रीय हैं जिसे धर-दबोचने में प्रशासन पीछे हैं जिसका नतीजा खुले आम मुख्यालय के समीप से प्रतिदिन यह गोरख धंधे अंजाम दे रहे हैं ! धर-पकड़ व कड़ी कार्यवाही नहीं होने की वजह से ऐसे गाय दलालों के हौसले बुलंद हैं।

ग्रामीण कहते हैं कई बार यह गोउ तस्कत हमारे गायो को भी झुण्ड के साथ भगा ले जाते हैं जिसमे हमारे बेश कीमती दुधारू गाय भी शामिल रहते हैं जिससे हमें हजारो रुपया का नुकसान झेलना पड़ता हैं प्रतिदिन मथुरा एसेबेडा सोह्गावं के जंगलो से गायो को ले जाते हुए दिखाई देते हैं।

कम लागत में अधिक मुनाफा-गोउ तस्करों के लिए यह मोटा कामाई का धंधा हैं बड़े दलाल गावं-गावं घूमकर गायो की खरीदी करते हैं फिर उसे एकत्रित कर लेवरो की माध्यम से रातो-रात महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में पहुचाते हैं जिसके लिए प्रत्येक लेवर को 500 रुपया और खाने-पिने की सामग्री बड़े दलाल देते हैं पहले से अपने अड्डे में बड़े दलाल पहुचकर सभी गायो की महाराष्ट्र से आये हुए गोउ तस्करों से सौदा करते हैं प्रत्येक गाय के पीछे दलालों को 1000 से 3000 रूपये का मुनाफा होता हैं यानि 50 गायो को अगर क़त्ल खाने भेजा जाये तो लगभग 1 से डेढ़ लाख का मुनाफा कमाते हैं जिसकी रकम को तत्काल गोउ तस्कर दलालों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देते हैं अब जरा सोचिये इस कु कृत्य में मात्र 2 से 3 दिन का समय लगता हैं अगर एक दलाल महीने में 5 गोउ तस्करी कर डाले तो उनके संरक्षकों के लिए तमाम व्यवस्थाये करना क्यों नहीं आसन होंगे और क्यों नहीं खुलेआम गाय को मुख्यालय के समीप से भगा ले जायेंगे ! हिन्दू धर्म में गायो की पूजा की जाती हैं इन्हें देव-देवताओ का दर्जा प्राप्त हैं अगर ऐसे ही खुलेआम गाय तस्करी पखांजूर में जारी रहा तो वो समय दूर नहीं जब इनके वंशज ख़त्म होने लगेंगे !

शासन प्रसाशन को तुरंत इस पर रोक लगाना चाहिए दलालो का मनोबल इतना बढ़ गया कि किसी के डर के बिना रात-रात भर जागकर इस कुकृत्य का अंजाम देना चाहिये।जिस प्रकार से बीते दिनों में बांदे पुलिस द्वारा गाय तस्करी करते हुए 50 गाय को दलाल सहित पकड़ कर जेल भेजा गया इस प्रकार से यदि परोलकोट क्षेत्र के हर थाने से कार्यवाही की जायेगी तो दलालो के बुलंद हौशला टूट से जायगा।हिन्दू धर्म मे गौ माता का रक्षा करना परम धर्म है।