Breaking News
:

ED Raid : ईडी का ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट के वेंडर्स पर शिकंजा, 16 ठिकानों पर छापेमारी, जानें कारण

ED Raid

ईडी अब यह जांच कर रही है कि क्या इन विक्रेताओं ने विदेशी मुद्रा के नियमों का उल्लंघन करते हुए अवैध वित्तीय लेनदेन किया है।

ED Raid : नई दिल्ली। ई-कॉमर्स दिग्गज ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट से जुड़े कुछ विक्रेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देशभर में 15 से 16 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (फेमा) के तहत की गई है। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई कॉम्पटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) द्वारा की गई जांच के बाद हुई है। सीसीआई की जांच में पाया गया कि ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट ने स्थानीय प्रतिस्पर्धी नियमों का उल्लंघन किया और कुछ विक्रेताओं को प्लेटफॉर्म का उपयोग करने की अनुमति देकर उन्हें अनुचित लाभ दिया।



ED Raid : नियमों का उल्लंघन और विक्रेताओं पर आरोप
प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच में यह सामने आया कि ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट ने कुछ विक्रेताओं को विशेष छूट देकर और बड़े पैमाने पर डिस्काउंट देने का मौका देकर अन्य प्रतिस्पर्धियों को नुकसान पहुंचाया। इन विक्रेताओं ने नियमों का उल्लंघन करते हुए अत्यधिक डिस्काउंट दिए, जिससे बाजार में असंतुलन उत्पन्न हुआ। ईडी अब यह जांच कर रही है कि क्या इन विक्रेताओं ने विदेशी मुद्रा के नियमों का उल्लंघन करते हुए अवैध वित्तीय लेनदेन किया है।


ED Raid : किन शहरों में हुई छापेमारी?
ईडी ने दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद, बेंगलुरु सहित कई शहरों में छापेमारी की। छापेमारी का मुख्य उद्देश्य उन विक्रेताओं की गतिविधियों की जांच करना है जिन्होंने ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट का इस्तेमाल करते हुए नियमों का उल्लंघन किया। ईडी यह भी देख रही है कि क्या इन विक्रेताओं ने किसी प्रकार का अवैध वित्तीय लेनदेन किया है।



ED Raid : कंपनियों और एजेंसियों की प्रतिक्रिया
इस मामले पर अब तक ईडी या किसी सरकारी एजेंसी की ओर से आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसके अलावा, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इन कंपनियों से जुड़े विक्रेताओं पर की गई यह कार्रवाई ई-कॉमर्स सेक्टर में नियमों के पालन और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के महत्व को रेखांकित करती है।

Popular post

Live News

Latest post

You may also like

Subscribe Here

Enter your email address to subscribe to this website and receive notifications of new posts by email.

Join Us