मध्य प्रदेश में कांग्रेस की ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली: राहुल गांधी और खड़गे करेंगे संबोधित, शिवराज चौहान ने की ये टिप्पणी

कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ नामक रैली का आयोजन किया है। महू, जो भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली है, इस आयोजन का मुख्य केंद्र रहेगा।
इस रैली को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगे। कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इस अवसर पर भाषण देंगे।
पार्टी का दावा है कि इस रैली में 2 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। संविधान की रक्षा पर जोर रैली के दौरान कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता संविधान की रक्षा का संकल्प लेंगे। भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए जीतू पटवारी ने भाजपा पर संविधान का बार-बार अपमान करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा में 400 सीटें हासिल कर संविधान में बदलाव करना चाहती है और आरक्षण प्रणाली को चुनौती दे रही है। पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में डॉ. अंबेडकर का अपमान किया, जिसे कांग्रेस पार्टी ने अपनी गहरी चिंता का विषय बताया।
कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी अभियान
कांग्रेस ने ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ अभियान को देशभर में चलाने की योजना बनाई है। पार्टी नेताओं के अनुसार, यह अभियान संविधान के सिद्धांतों की रक्षा करने और भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शिवराज चौहान का पलटवार
इस रैली पर भाजपा नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, "मल्लिकार्जुन खड़गे जी और राहुल गांधी जी, आज आप महू आ रहे हैं। आपसे आग्रह है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जन्मस्थली पर बने भव्य स्मारक का दौरा करें, जिसे भाजपा सरकार ने बनवाया है। साथ ही बाबा साहेब के स्मारक के सामने आंख बंद कर प्रायश्चित करें, क्योंकि आपकी पार्टी ने हमेशा बाबा साहेब का अपमान किया।"
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज़ादी के बाद कांग्रेस ने दशकों तक मध्य प्रदेश में शासन किया, लेकिन कभी बाबा साहेब की जन्मस्थली पर कोई आयोजन या स्मारक निर्माण नहीं कराया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के समय में स्व. सुंदरलाल पटवा ने स्मारक का भूमि पूजन किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसका काम रोक दिया। बाद में जब भाजपा सरकार ने सत्ता संभाली, तो स्मारक का निर्माण पूरा किया गया। डॉ. अंबेडकर की विरासत पर सियासी घमासान इस रैली और शिवराज चौहान की टिप्पणी ने स्पष्ट कर दिया है कि डॉ. अंबेडकर की विरासत को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी टकराव और तेज़ हो गया है। रैली में कांग्रेस संविधान की रक्षा और दलित समुदाय के अधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर करेगी, वहीं भाजपा ने अपने कार्यों का हवाला देकर कांग्रेस पर पलटवार किया है। यह रैली आगामी चुनावों में दोनों पार्टियों के एजेंडे और रणनीतियों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है।