Chaitra Navratri 2025 : 30 मार्च से शुरू होगा मां दुर्गा का पावन पर्व, जानें कलश स्थापना मुहूर्त और माता की सवारी...

- Rohit banchhor
- 11 Mar, 2025
तो आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि के महत्व, कलश स्थापना मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में।
Chaitra Navratri 2025 : डेस्क न्यूज। चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व इस साल 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक मनाया जाएगा। यह नवरात्रि मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का समय होता है। इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर धरती पर आएंगी, जिसे शुभ संकेत माना जाता है। तो आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि के महत्व, कलश स्थापना मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में।
Chaitra Navratri 2025 : महत्व और तिथियां-
प्रारंभ तिथि 30 मार्च 2025 (रविवार), समापन तिथि 7 अप्रैल 2025 (सोमवार) चैत्र नवरात्रि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है। इस दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है।
Chaitra Navratri 2025 : कलश स्थापना मुहूर्त-
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च 2025 को सुबह 06.13 से 10.22 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त 30 मार्च 2025, दोपहर 12.01 से 12.50 बजे तक
पुरोहित संतोष त्रिपाठी के अनुसार, कलश स्थापना पूजा का संकल्प होता है। इसलिए इसे शुभ मुहूर्त में करना आवश्यक है। कलश स्थापना के साथ ही मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी।
Chaitra Navratri 2025 : माता की सवारी-
इस साल मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर धरती पर आएंगी। हाथी पर मां के आगमन को शुभ माना जाता है, क्योंकि यह धन-धान्य में वृद्धि का संकेत देता है। मां दुर्गा का प्रस्थान भी 7 अप्रैल को हाथी पर ही होगा।
Chaitra Navratri 2025 : नवरात्रि पूजा का महत्व-
चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह समय आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने का होता है। नवरात्रि के दौरान व्रत रखकर और मां दुर्गा की आराधना करके भक्त अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।