
महेश कुमार साहू/रायपुर। CG POLITICS NEWS: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि 75 सीटों के साथ प्रदेश में फिर से कांग्रेस की भरोसे की सरकार बनेगी। पहले और दूसरे चरण दोनों में ही कांग्रेस को बहुमत मिलेगा। किसानों को 2640 रू. में धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, आरक्षण संशोधन विधेयक पर भाजपा धोखेबाजी तथा कांग्रेस सरकार की योजनाएं कांग्रेस के तरफ से चुनावी मुद्दा है। भाजपा के पास तो जनता के पास जाने के लिये मुद्दे ही नहीं है। न तो भाजपा मोदी सरकार के कामों की चर्चा कर रही और न ही भाजपा अपने 15 साल के कुशासन के बारे में चर्चा करने का साहस दिखा पा रही और उसको उठाने के लिये कांग्रेस सरकार ने कोई अवसर छोड़ा ही नहीं है। कांग्रेस की सरकार ने हर वर्ग के लिये काम किया है। इससे भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। वह सांप्रदायिकता के सहारे चुनाव में जाना चाहती है। जिसे छत्तीसगढ़ की जनता पसंद नहीं करते है।
CG POLITICS NEWS: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि जनता, कांग्रेस सरकार बनाम भाजपा के 15 साल की तुलना कर रही है। भाजपा ने 2003 में आदिवासियों को 10 लीटर दूध वाली गाय देने का वायदा किया था, हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी का वायदा किया था, पूरा नहीं किया। कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों से किये वादों को पूरा किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने चार साल में आदिवासी वर्ग के शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य के एवं कानूनी अधिकार के लिये अनेको कार्य किया। बस्तर क्षेत्र में आदिवासी के वर्ग शिक्षा के लिए 300 से अधिक बंद स्कूलों को खोला गया। नक्सलवाद को खत्म करने के लिए विश्वास, विकास और सुरक्षा के नीतियों के तहत काम किया गया। रमन सरकार के दौरान दस गांवों के 1707 आदिवासी परिवार से छीनी गई 4200 एकड़ जमीन को लौटाई गई, जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों को जेल से मुक्त कराया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सुशासन और समृद्धि के पर्याय बन चुके भूपेश बघेल सरकार अबकी बार 75 पार के साथ वापसी करेगी। छत्तीसगढ़ के विकास और सांस्कृतिक के सम्मान में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने जो काम किया है उसके आधार पर कांग्रेस का कार्यकर्ता उत्साहित है। घोषणा पत्र में किए गए अपने वादों से भी ज्यादा योजनाएं धरातल पर उतारे जाने से जनता के बीच में विश्वसनीय और स्वीकार्यता बढ़ी है। छत्तीसगढ़ के 26 लाख किसान, छत्तीसगढ़ के 14 लाख वनोपज संग्राहक, छत्तीसगढ़ की 27 करोड़ बहने जो ढाई लाख से अधिक महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से समृद्ध हुई है।