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नल जल योजना पर उठे सवाल, कुसमी विकासखंड क्षेत्र का मामला, ठेकेदार पर गुणवत्ताहीन कार्य करने का आरोप

 

 

 

 

राकेश भारती /कुसमी / बलरामपुर : राष्ट्रीय नल जल योजना के तहत जहा केंद्र की महत्वकांक्षी योजनान्तर्गत पूरे भारत में नल जल योजना का कार्य केंद्र की सरकार द्वारा चालू की गई है .जिसके तहत भारत देश के सभी घरों में स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य केंद्र एवम राज्य सरकार की है . इसी योजना के तहत बलरामपुर जिला के कुसमी विकासखंड में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से ठिकेदारी प्रथा से सभी ग्राम पंचायतयो में नल जल का पाइप लाइन एवम टंकी प्लेटफार्म बनाने का कार्य किया जा रहा है.

 

 

जिसके तहत आदिवासी सुदूर अंचल में सभी घर तक पीने हेतु स्वच्छ जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके तहत कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमरा के लाइन पारा में गुणवताविहीन् स्तर का पानी टंकी प्लेटफार्म का ढलाई कार्य करवाया जा रहा है साथ ही कुसमी विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में लगभग लगभग यही हाल है इस केंद्र की महत्वकांक्षी योजना को जैसे तैसे नल जल पाइप लाइन का कार्य किया जा रहा है.

 

 

वही टंकी प्लेट फार्म ढलाई का कार्य काफी घटिया स्तर का कम सरिया डालकर 4/1 के सीमेंट कांक्रीट मशाला डालने के जगह पर 10/1 के सीमेंट कांक्रीट मशाला से प्लेटफार्म ढलाई का कार्य ठिकेदार द्वारा करवाया जा रहा है , इस कार्य को रेख देख करने वाला पी एच ई विभाग के कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर उपस्थित नही होने के कारण दूर दराज से आए हुए ठिकेदार विभाग के मिली भगत करतें हुए घटिया स्तर के कार्य को करते हुए नजर आ रहे हैं . जिसके कारण यह देखा जा सकता है की केंद्र एवम राज्य सरकार द्वारा दी गई करोड़ों अरबों की राशि का बंदरबाट किस तरह से विभाग के मिली भगत से ठिकेदारो द्वारा किया जा रहा है.

 

कुसमी विकासखंड के अंतर्गत हो रहें नल जल पाइप लाइन योजना अंतर्गत प्रतिमाह आधा अधूरे कार्य करने पर भी पीएचई विभाग की सहमति से करोड़ों रुपए का चेक प्रतिमाह ठिकेदार का कटते रहता है.

 

 

 

विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी नही रहते है कार्य कराते समय कार्य स्थल पर

 

पूरे कुसमी विकासखंड के अंतर्गत लगभग लगभग सभी ग्राम पंचायतों में पाइपलाइन का कार्य सहित प्लेटफार्म का ढलाई का कार्य कई अन्य ठिकेदार द्वारा करवाया जा रहा है.मगर विभाग के जिमेद्दार अधिकारी /कर्मचारी के मौके पर नही रहने के कारण जैसे तैसे तरीके से कार्य को गुणवताविहीन तरीके से पूर्ण करने में जोर शोर से सभी ठिकेदार घटिया स्तर का कार्य करने में लगे हुए है.

 

 

वरिष्ठ अधिकारी भी इस योजना के तहत कराए जा रहे कार्य को कभी ग्राम पंचायत स्तर पर देखने या निगरानी करने हेतु नही जाते है , कभी कभी बिल बनाते समय ठिकेदार द्वारा पूर्ण कराए गए कार्य को देखने हेतु कार्य स्थल पर अधिकारी /कर्मचारी जा पाते है जिसके चलते दूर दराज से आए हुए सभी ठिकेदार मनमानी ढंग से कार्य करते नजर आ रहे है ।

 

 

मुझे इस बात की जानकारी अभी हो रही है: एसडीओपी एचई कुसमी

 

इस विषय में कुसमी एस डी ओ पी एच ई से पूछे जाने पर बताया गया की मुझे इस बात की जानकारी अभी हो रही है, विभाग का कोई भी कर्मचारी कार्य स्थल पर नही होने के चलते गुणवताविहिन तरीके से इस कार्य को ठिकेदार द्वारा कराए जाने के बारे में पूछने पर बताया गया की इसकी जांच करवाकर अगर गलत माप के आधार पर ठिकेदार द्वारा ढलाई का कार्य कराया जा रहा है गलत पाए जाने पर ठिकेदार के उपर उचित कार्यवाही की जाएगी ।

 

 

अब देखना यह है की पी एच ई एस डी ओ द्वारा कब तक इस गुणवता विहीन कार्य की जांच कराई जाएगी या फिर ठिकेदार के साथ मिलीभगत करते हुए इस योजना के तहत कराए जा रहे सभी कार्य भरस्टाचार के भेंट चढ़ जायेगे , इसे देख कर ऐसा लगता है की राज्य सरकार के कर्मचारी केंद्र सरकार का यह कार्य है समझ कर अच्छे तरीके से देखभाल नहीं कर पाने के चलते सभी कार्य गुणवताविहीन्न तरीके से संबंधित ठिकेदार द्वारा कराया जा रहा है जिसके चलते करोड़ों अरबों राशि के कार्य की हालत क्षेत्र में काफी दयनीय नजर आ रही है ।

 

 

साथ ही बहुत से ग्राम में बहुत से गरीब आदिवासी व्यक्तियों के घर तक नल जल का कनेक्शन भी ठिकेदारों द्वारा नही पहुंचाने की खबर मिल रही है जिसके चलते इस क्षेत्र की जनता बलरामपुर कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारियों से उचित तरीके से जांच कर तत्काल कार्यवाही कराने की मांग समाचार के माध्यम से की है जिससे इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में केंद्र एवम राज्य द्वारा चलाए जा रहें इस महत्वकांक्षी योजना नल जल योजना का लाभ मिल सके ।