CG News : छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
- Rohit banchhor
- 22 Aug, 2024
CG News : महासमुंद। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा, जिला महासमुंद ने विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए
CG News : महासमुंद। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा, जिला महासमुंद ने विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान मोर्चा के सदस्य नारे लगा रहे थे। विसंगतिपूर्ण युक्तिकरण वापस हो। उन्होंने इस नीति को तत्काल वापस लेने की मांग की।
CG News : मोर्चा की आपत्तियाँ-
सेटअप का बदलाव- मोर्चा ने आरोप लगाया कि 2008 के सेटअप के अनुसार युक्तियुक्तकरण नीति में किए गए बदलाव छात्रों की न्यूनतम संख्या वाले प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शालाओं में शिक्षक संख्या को कम कर देते हैं। मोर्चा के अनुसार, यह बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा और पद रिक्त न होने से नई नियुक्तियों पर भी असर पड़ेगा।
शिक्षकों की पदोन्नति पर असर- मोर्चा ने यह भी आरोप लगाया कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में पदों की कटौती की योजना बनाई गई है। इस नीति के कारण शिक्षकों की पदोन्नति के अवसर कम हो जाएंगे, जो पूर्णतः अनुचित है।
अतिशेष शिक्षकों का मुद्दा- मोर्चा ने सवाल उठाया कि सेटअप में भर्ती और पदस्थ शिक्षक आखिर बिना ट्रांसफर हुए अतिशेष कैसे हो सकते हैं। इसके अलावा, बालवाड़ी संचालित स्कूलों में केवल 2 शिक्षकों से 6 कक्षाओं का संचालन असंभव बताया गया।
प्रधान पाठक पद की समाप्ति- मोर्चा ने दावा किया कि युक्तियुक्तकरण से प्राथमिक विद्यालय के प्रधान पाठक का पद समाप्त करने की साजिश की जा रही है। इससे मिडिल और हाई स्कूल के प्रधान पाठकों के अधिकारों में कटौती होगी, और उनका स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
शैक्षिक गुणवत्ता पर असर- संकुल समन्वयकों को अतिशेष प्रक्रिया में रखना शैक्षिक गुणवत्ता पर सीधा प्रहार माना गया है। हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में स्वीकृत पदों के विरुद्ध कार्यरत नियमित व्याख्याता, वरिष्ठ होते हुए भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के कारण अतिशेष माने जाएंगे, जो गंभीर चिंता का विषय है।
CG News : ज्ञापन सौंपने के दौरान मोर्चा के जिला संयोजक दिनेश नायक और नारायण चौधरी के साथ सुधीर प्रधान, ईश्वर चंद्राकर, शोभा सिंहदेव, सिराज बक्श, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष टेकराम सेन, रेखराज शर्मा, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप तिवारी, केशव राम साहू, राजा राम पटेल, राजेश प्रधान, प्रदीप पटेल, बुद्ध प्रकाश मेश्राम, और बड़ी संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित थे। इस मौके पर मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रदीप वर्मा और लोकेश्वर मोंगरे ने बताया कि यदि इस विसंगतिपूर्ण नीति को तत्काल वापस नहीं लिया गया तो मोर्चा आगे भी अपने संघर्ष को जारी रखेगा।