नई दिल्ली : साल 2019 में रामजन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में पांच एकड़ जमीं दी गई थी. इस जमीन पर प्रस्तावित ‘मस्जिद-ए-अयोध्या’ के नाम और डिजाइन में बदलाव किया गया है. अब इस मस्जिद का नाम ‘मस्जिद-ए-अयोध्या’ की जगह “मोहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद रखा जाएगा.”
जो “मोहम्मद साहब” के नाम पर होगा. इस मस्जिद का निर्माण अरब देशों में बनने वाली मस्जिदों की तर्ज पर बनाया जायेगा. निर्माण के लिए बनाई गई ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारुकी ने कहा कि- आधुनिक स्वरूप में तैयार की गई मस्जिद की डिजाइन लोगो को मंजूर नही थी।
फारुकी ने आगे कहा कि मस्जिद में एक साथ लगभग 2000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मस्जिद का पैगम्बर मोहम्मद साहब के नाम पर होने से सभी को स्वीकार भी होगा। वहीँ इस बैठक में महाराष्ट्र के मुफ़्ती ए आजम अजीजुर्रहमान और मुफ्ती हुजैफा भी मौजूद रहे।