Ayodhya : राम मंदिर के पास बनेगी आधुनिक पार्किंग, 475 वाहनों की क्षमता, डोरमेट्री और दुकानों की सुविधा, पढ़ें पूरी खबर...

- Rohit banchhor
- 24 Apr, 2025
मांझा जमथरा के पास 35 एकड़ सरकारी जमीन पर बनने वाली इस पार्किंग में एक साथ 475 वाहन खड़े हो सकेंगे, जिससे यातायात प्रबंधन और श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
Ayodhya : अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में एक आधुनिक ओपन सरफेस पार्किंग परियोजना की शुरुआत की है। 16,557.74 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड के तहत विकसित किया जा रहा है। मांझा जमथरा के पास 35 एकड़ सरकारी जमीन पर बनने वाली इस पार्किंग में एक साथ 475 वाहन खड़े हो सकेंगे, जिससे यातायात प्रबंधन और श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
Ayodhya : पांच मंजिला इमारत में डोरमेट्री और दुकानें-
यह पार्किंग परियोजना केवल वाहनों के लिए ही नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं भी प्रदान करेगी। परियोजना के तहत एक पांच मंजिला इमारत का निर्माण होगा, जिसमें दो डोरमेट्री और 13 दुकानें शामिल होंगी। ये सुविधाएं यात्रियों के ठहरने और खरीदारी के अनुभव को बेहतर बनाएंगी। डोरमेट्री उन श्रद्धालुओं के लिए उपयोगी होगी जो लंबी यात्रा के बाद विश्राम करना चाहते हैं, जबकि दुकानें स्थानीय हस्तशिल्प, प्रसाद, और अन्य उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देंगी।
Ayodhya : ईपीसी मोड से समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निर्माण-
परियोजना का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की सीडी-2 इकाई द्वारा कराया जा रहा है। ईपीसी मोड के तहत निर्माण एजेंसी को डिजाइन, सामग्री की खरीद, और निर्माण की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे परियोजना में पारदर्शिता, दक्षता, और समयबद्धता सुनिश्चित होगी। PWD की सीडी-2 इकाई के अधिशाषी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया, “हम इस परियोजना को तय समयसीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह अयोध्या के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।”
Ayodhya : राम मंदिर के बाद बढ़ी पार्किंग की जरूरत-
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पहले दिन जहां 5 लाख से अधिक लोग दर्शन के लिए पहुंचे, वहीं अब रोजाना 1-1.5 लाख श्रद्धालु मंदिर आ रहे हैं। इस भीड़ ने पार्किंग और यातायात प्रबंधन को एक बड़ी चुनौती बना दिया है। नई पार्किंग परियोजना इस समस्या का समाधान करेगी और मंदिर के आसपास की अव्यवस्था को कम करेगी।
Ayodhya : अयोध्या का सामाजिक-आर्थिक विकास-
यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए है, बल्कि अयोध्या के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों, इंजीनियरों, और अन्य कर्मचारियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। दुकानों और डोरमेट्री के संचालन से स्थानीय व्यापारियों और सेवा प्रदाताओं को लाभ मिलेगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण के अनुसार, इस तरह की परियोजनाएं स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी और पर्यटन को बढ़ावा देंगी।